जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
उत्तराखंड में बुधवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। यूपी के बुलंदशहर से गंगोत्री जल भरने जा रहे कांवड़ियों का ट्रक ऋषिकेश-टिहरी मार्ग पर जाजल फकोट के पास अचानक पलट गया। इस हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 14 से अधिक कांवड़िए घायल हो गए। हादसा इतना भीषण था कि सभी 21 कांवड़िए ट्रक के नीचे दब गए। गनीमत यह रही कि ट्रक सड़क किनारे ही पलटा, यदि यह सीधे खाई में गिर जाता तो और भी बड़ा हादसा हो सकता था।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक ट्रक अचानक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गया। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और SDRF की टीमें मौके पर पहुँच गईं। रेस्क्यू अभियान तुरंत चलाया गया। प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र नगर संजय मिश्रा ने बताया कि हादसे में एक चार साल का मासूम बच्चा भी ट्रक में फंस गया था, जिसे पुलिस ने सकुशल बाहर निकाल लिया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए टिहरी की डीएम नीतिका खंडेलवाल भी तुरंत मौके पर पहुँचीं। उन्होंने राहत कार्यों की निगरानी की और स्थिति की जानकारी ली। हादसे में गंभीर रूप से घायल दो लोगों को एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया है, जबकि अन्य घायलों का नरेंद्र नगर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है।
मरने वालों की पहचान बुलंदशहर के विक्की (30), सुनील और संजय के रूप में हुई है।
घायलों में ईश्वर सैनी (49), अतर सिंह (60), रवि (30), कुलदीप गिरी (35), झम्मन सिंह (70), बनवारी (55), मुकेश (59), प्रेम सिंह (50), जुगनू (35), तुषार (17), भजन लाल (45), लेखराज (40), टिंकू (49), मूलचंद (40), राहुल (28), नकुल (04) और बिशन (34) शामिल हैं।
टिहरी एसपी जेआर जोशी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में दुर्घटना का कारण ट्रक चालक की लापरवाही और वाहन का तेज गति से अनियंत्रित होना सामने आया है। ट्रक UP-13-BT-8739 नंबर का था। पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इस हादसे पर दुख जताया। उन्होंने सोशल मीडिया X पर लिखा—
“ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे पर जाजल फकोट के पास ट्रक दुर्घटनाग्रस्त होने का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं। जिला प्रशासन को घायलों को हर संभव उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।”
स्थानीय ग्रामीणों ने घटना को लेकर नाराजगी जताई और कहा कि अक्सर इस क्षेत्र में पुलिस की पेट्रोलिंग और गति पर नियंत्रण नहीं रहता, इसी कारण दुर्घटनाएं होती हैं।
टिहरी डीएम नीतिका खंडेलवाल ने बताया कि सभी कांवड़िए बुलंदशहर के सिकंद्राबाद के रहने वाले हैं। ये लोग हर साल गंगोत्री जाते हैं और धरारी में भंडारे का आयोजन करते हैं। प्रारंभिक तौर पर ऐसा माना जा रहा है कि ट्रक तेज रफ्तार में था और अचानक नियंत्रण खो बैठा, जिसके चलते हादसा हुआ।
एसडीआरएफ की टीम ने ट्रक को क्रैश बैरियर से सीधा कराया और नीचे की ओर भी तलाश जारी रखी ताकि कोई और व्यक्ति दबा न रह जाए। अब तक 21 लोगों की वेरिफिकेशन हो चुकी है। प्रशासन की ओर से घायलों के इलाज और मृतकों के शवों को उनके परिजनों तक पहुँचाने की प्रक्रिया जारी है।