जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
अहमदाबाद में गुरुवार को हुए दिल दहला देने वाले विमान हादसे के बाद, मध्यप्रदेश की सियासत और सरकारी गतिविधियां भी शोक में डूब गई हैं। इस भयावह हादसे में 265 लोगों की मौत की पुष्टि के बाद, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रमुख राजनीतिक दल कांग्रेस ने शुक्रवार को अपने सभी संगठनात्मक कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज इंदौर और जबलपुर में होने वाले सभी निर्धारित कार्यक्रम स्थगित कर दिए। पहले वे जबलपुर के बरगी से मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना और संबल योजना की राशि का ट्रांसफर करने वाले थे। खास बात ये थी कि संबल योजना के तहत 6821 प्रकरणों में 150 करोड़ रुपए की अनुग्रह सहायता राशि सिंगल क्लिक से ट्रांसफर की जानी थी। लेकिन इस हादसे की संवेदनशीलता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने यह आयोजन स्थगित कर दिया।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा— “अहमदाबाद विमान दुर्घटना में हुई यात्रियों की मृत्यु से पूरा देश शोक में डूबा हुआ है। मैं 13 जून को जबलपुर और इंदौर में आयोजित कार्यक्रम स्थगित कर रहा हूं। दुर्घटना में अपनों को खोने वाले परिवारजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं।”
इसी बीच मुख्यमंत्री आज राजधानी भोपाल स्थित “समत्व” कार्यालय में ही सीमित बैठकों में शामिल होंगे। वे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग और मेट्रो प्रोजेक्ट की समीक्षा बैठक करेंगे, लेकिन अन्य सभी सार्वजनिक कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं।
उधर, कांग्रेस ने भी हादसे को लेकर अपनी सभी गतिविधियों को विराम दे दिया है। प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने X पर जानकारी साझा करते हुए लिखा— “अहमदाबाद में हुई विमान दुर्घटना पूरे देश के लिए दुखद है। AICC के निर्देश पर 13 जून को मध्यप्रदेश में चल रहे संगठन सृजन अभियान एवं अन्य सभी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम रद्द किए जाते हैं।”
गौरतलब है कि कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान के तहत आज प्रदेश के करीब 45 जिलों में विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तावित थे। इनमें प्रेस कॉन्फ्रेंस, जिला और ब्लॉक स्तरीय बैठकें, प्रोफेशनल्स मीट जैसी गतिविधियां शामिल थीं। लेकिन विमान हादसे की संवेदनशीलता को देखते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल के निर्देश पर सभी कार्यक्रम तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिए गए।
राजनीतिक लिहाज से देखा जाए, तो ये बेहद दुर्लभ स्थिति है, जब सत्ता और विपक्ष दोनों ने किसी त्रासदी पर सामूहिक संवेदना व्यक्त करते हुए सार्वजनिक कार्यक्रम रद्द किए हों। यह ना केवल घटना की गंभीरता को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि इस हादसे ने मध्यप्रदेश सहित पूरे देश को अंदर से झकझोर दिया है। इस दुखद दुर्घटना के बाद पूरे प्रदेश में शोक की लहर है और लोग अपने-अपने तरीके से दिवंगत आत्माओं के लिए श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।