जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
बॉलीवुड इंडस्ट्री से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। मशहूर फिल्ममेकर मनीष गुप्ता पर उनके ही ड्राइवर ने चाकू से जानलेवा हमला करने का गंभीर आरोप लगाया है। यह मामला मुंबई के वर्सोवा पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है, और घटना की तह तक जाने पर यह पूरा मामला सैलरी विवाद से जुड़ा नजर आ रहा है।
जानकारी के मुताबिक, ड्राइवर राजीबुल इस्लाम लश्कर पिछले तीन वर्षों से मनीष गुप्ता के साथ काम कर रहा था और उसे हर महीने ₹23,000 वेतन मिलता था। लश्कर का आरोप है कि उसे कभी समय पर सैलरी नहीं दी गई और 30 मई को उसे नौकरी से भी निकाल दिया गया। इसके बाद, 3 जून को जब उसने बकाया वेतन की मांग की, तो फिल्ममेकर ने उसे काम पर वापस आने के लिए कहा और भुगतान का वादा किया।
4 जून को लश्कर दोबारा काम पर लौट आया, लेकिन सैलरी फिर भी नहीं मिली। इसके बाद 5 जून की रात करीब 8:30 बजे जब दोनों वर्सोवा स्थित ऑफिस में मौजूद थे, लश्कर ने एक बार फिर अपनी सैलरी के बारे में पूछा। इस पर गुप्ता नाराज हो गए और बहस के दौरान उन्होंने कथित रूप से रसोई से चाकू उठाकर लश्कर के शरीर के दाहिने हिस्से में हमला कर दिया।
हमले के बाद लश्कर किसी तरह ऑफिस से बाहर निकला और मदद के लिए चिल्लाया। वहीं पास में मौजूद एक अन्य ड्राइवर और बिल्डिंग के चौकीदार ने उसकी मदद की। लश्कर ऑटो-रिक्शा से विले पार्ले वेस्ट के कूपर अस्पताल पहुंचा, जहां उसका इलाज किया गया।
इसके बाद उसने वर्सोवा पुलिस स्टेशन में मनीष गुप्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई। पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 118(2), 115(2) और 352 के तहत केस दर्ज किया है। हालांकि, अभी तक मनीष गुप्ता की गिरफ्तारी नहीं हुई है। वहीं, गुप्ता के वकील ने इन सभी आरोपों को बेबुनियाद और झूठा बताया है।
बात करें मनीष गुप्ता के फिल्मी करियर की, तो उन्होंने रवीना टंडन स्टारर ‘वन फ्राइडे नाइट’, ‘420 IPC’, ‘रहस्य’, ‘हॉस्टल’, और ‘डरना जरूरी है’ जैसी फिल्मों का निर्देशन किया है। इसके अलावा, उन्होंने अपने करियर की शुरुआत अमिताभ बच्चन स्टारर ‘सरकार’ जैसी फिल्म के लिए स्क्रीनप्ले लिखकर की थी, जो रामगोपाल वर्मा के निर्देशन में बनी थी।