जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश के दमोह जिले में मंगलवार सुबह दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। बनवार चौकी क्षेत्र में महादेव घाट के पास एक तेज रफ्तार बोलेरो वाहन अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी। इस भयावह दुर्घटना में एक ही परिवार के 8 लोगों की मौके पर मौत हो गई, जिनमें से 5 महिलाएं सगी बहनें थीं, और दो मासूम बच्चे भी शामिल थे। हादसे में परिवार के अन्य 5 सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
हादसा उस वक्त हुआ जब यह परिवार बांदकपुर से जागेश्वर धाम के दर्शन कर लौट रहा था। बोलेरो में कुल 15 लोग सवार थे। बताया जा रहा है कि वाहन महादेव घाट पर बने पुल के पास तेज स्पीड में था, और एक खतरनाक मोड़ पर पहुंचते ही अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरा।
मृतकों में थीं 5 सगी बहनें, 10 और 8 साल के बच्चों की भी गई जान
इस हादसे ने एक साथ कई परिवारों की खुशियों को निगल लिया। मृतकों में शामिल वैजयंती बाई (60), लौंग बाई, हल्की बाई, संपत बाई और गुड्डी बाई, पांच सगी बहनें थीं। इनके साथ रचना (भाई कल्याण सिंह की बेटी), तमन्ना (10) और शिब्बू (8) की भी मौत हो गई। शिब्बू गुड्डी बाई का नाती था। इस हादसे ने पूरे गांव को शोक की लहर में डुबो दिया है।
5 घायल, ग्रीन कॉरिडोर से जबलपुर रेफर
घटना के तुरंत बाद मौके पर पहुंची पुलिस और स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। 5 घायलों को पहले दमोह जिला अस्पताल लाया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें ग्रीन कॉरिडोर बनाकर जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। घायलों में रज्जो सिंह (55), वैभव सिंह (12), रविंद्र (22), आयुष और अंकित शामिल हैं।
दमोह कलेक्टर सुधीर कोचर ने बताया कि जिस स्थान पर हादसा हुआ, वहां प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत एक पुल बना है, और एप्रोच रोड पर चढ़ते ही बोलेरो अनियंत्रित हो गई। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि वाहन की रफ्तार काफी तेज थी। वहीं, एसपी श्रुतिकीर्ति सोमवंशी ने भी इस स्थान को खतरनाक मोड़ बताया और कहा कि सड़क की बनावट में स्ट्रक्चरल प्रॉब्लम की भी संभावना है। मामले की विस्तृत जांच के लिए कमेटी गठित की गई है।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक, मुआवजे का ऐलान
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस भीषण सड़क हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए तथा घायलों को 50-50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि घायलों को बेहतर से बेहतर इलाज उपलब्ध कराया जाए।