जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश के मऊगंज जिले के गड़रा गांव में शनिवार को जो हुआ, उसने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया। शाहपुर थाना क्षेत्र में आदिवासी समुदाय के लोगों ने एक युवक को बंधक बनाकर पीटा और जब पुलिस उसे बचाने पहुंची, तो उन पर भी जानलेवा हमला कर दिया गया। इस हिंसक झड़प में एएसआई रामगोविंद गौतम की मौत हो गई, जबकि टीआई संदीप भारती और हनुमना तहसीलदार कुमारे लाल पनका समेत 10 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। हमले के बाद गांव में तनाव फैल गया और हालात को काबू में करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया।
बता दें, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस घटना में पुलिस के एएसआई के शहीद होने पर दु:ख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि राज्य सरकार की शोक संवेदनाएं शोककुल परिजनों के साथ हैं। साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने डीजी पुलिस को मौके पर पहुंचकर पर्यवेक्षण के लिए निर्देशित किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अमानवीय एवं दुर्भाग्यपूर्ण घटना के सभी आरोपियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। घटना में घायल अन्य पुलिसकर्मियों को उपचार के लिए रीवा चिकित्सालय भेजा गया है।
गौरतलब है कि मऊगंज जिले में शाहपुरा थाना अंतर्गत गड़रा गावं में दो गुटों के आपसी विवाद की सूचना पर पहुंचे शनिवार को क्षेत्रीय तहसीलदार,थाना प्रभारी सहित पुलिस की टीम पर हुए दुर्भाग्यपूर्ण हमले में पुलिस के एएसआई रामचरण गौतम की जवाबी कार्रवाई में मृत्यु हो गई। घटना के तुरंत बाद क्षेत्र में धारा 163 लागू कर डीआईजी रीवा, एसपी मऊगंज सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया।