जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
सतना शहर के ड्रायफ्रूट व्यापारियों के खिलाफ जीएसटी विभाग ने सोमवार को एक साथ कई ठिकानों पर छापेमारी कर कानून व्यवस्था का सख्त संदेश दिया। जीएसटी सर्किल वन की टीम ने असिस्टेंट कमिश्नर के नेतृत्व में शहर और औद्योगिक क्षेत्र के कुल पांच से छह ठिकानों पर एक साथ दबिश दी। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, अधिकारियों को करोड़ों रुपये की कर चोरी का संदेह है।
कौन-कौन सी फर्मों पर कार्रवाई
कार्रवाई के दौरान मोहनी ट्रेडर्स, संजय ड्रायफ्रूट्स और सुनील ट्रेडिंग कंपनी प्रमुख रूप से शामिल थीं। ये फर्में शहर के श्वेतांबर जैन मंदिर के पास, जय स्तंभ चौक (इलाहाबाद बैंक के समीप), टिकुरिया टोला, खेरमाई रोड और स्टेशन रोड में संचालित हो रही थीं। इसके अलावा औद्योगिक क्षेत्र की एक फैक्ट्री पर भी टीम ने जांच शुरू की।
कार्रवाई में शामिल टीम और जांच प्रक्रिया
जीएसटी टीम में लगभग 15 से 20 अधिकारी और कर्मचारी शामिल थे। सभी ठिकानों पर एक साथ पहुंचकर दस्तावेजों और स्टॉक की जांच की जा रही है। टीम फर्मों के लेन-देन से जुड़े रजिस्टर, कंप्यूटर डेटा, पुराने बिल-पर्चियों और स्टॉक रिकॉर्ड्स की बारीकी से समीक्षा कर रही है। शुरुआती जांच में स्टॉक और बिक्री के आंकड़ों में गड़बड़ी के संकेत मिले हैं, जिससे विभाग को यह संदेह है कि फर्मों ने असली बिक्री को छिपाकर जीएसटी में बड़ी हेरफेर की।
व्यापारियों में मची हलचल
जीएसटी कार्रवाई की खबर फैलते ही शहर के अन्य व्यापारियों में हलचल मच गई। मोहनी ट्रेडर्स से जुड़े कई ठिकानों पर दस्तावेजों की जांच जारी है और देर रात तक कार्रवाई जारी रहने की संभावना जताई जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि पूरी जांच और दस्तावेजों के विश्लेषण के बाद ही आगे की कानूनी कार्रवाई तय की जाएगी।
विभाग का बयान
जीएसटी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई नियमित निगरानी और संदिग्ध वित्तीय लेन-देन की जानकारी के आधार पर की गई है। विभाग ने चेतावनी दी है कि कर चोरी, दस्तावेजों में गड़बड़ी और किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।