जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्य प्रदेश की सियासत में हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस ने संगठन में बड़ा बदलाव करते हुए मुरैना के कद्दावर नेता दिनेश गुर्जर को किसान कांग्रेस के अध्यक्ष पद से हटा दिया है। उनकी जगह अब सीहोर के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह चौहान को यह अहम जिम्मेदारी दी गई है। इस फैसले ने राजनीतिक गलियारों में नई चर्चाओं को जन्म दे दिया है।
बता दें, इस बदलाव की पटकथा दिल्ली में लिखी गई थी, जब कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक झटके में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और त्रिपुरा के किसान कांग्रेस अध्यक्ष बदलने का ऐलान किया था। जिसके बाद मध्य प्रदेश में धर्मेंद्र सिंह चौहान की नियुक्ति की गई, साथ ही कांग्रेस ने संकेत दे दिया है कि वह किसान नेताओं में नई ऊर्जा लाने के मूड में है।
बता दें, दिनेश गुर्जर, जो मुरैना से विधायक निर्वाचित हुए थे, संगठन को पर्याप्त समय नहीं दे पा रहे थे। यही कारण है कि उनकी जगह सीहोर के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह चौहान को किसान कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। लेकिन बड़ा सवाल यही है—क्या यह बदलाव पार्टी की रणनीति का हिस्सा था, या फिर कांग्रेस के अंदर खींचतान का नतीजा? क्या दिनेश गुर्जर को हटाने के पीछे कोई गहरी राजनीति काम कर रही थी? या फिर यह सिर्फ एक पद छोड़ने का मामला था?
जो भी हो, इस बदलाव ने कांग्रेस में एक नया सियासी ड्रामा जरूर खड़ा कर दिया है, और आने वाले दिनों में इसके और दिलचस्प मोड़ देखने को मिल सकते हैं।