वंदे भारत ट्रेन में शर्मनाक घटना: सीट एक्सचेंज से इनकार पर 35 सेकेंड तक चप्पल-घूंसे बरसे, CCTV फुटेज ने खोली पोल; विधायक भी थे मौजूद, पुलिस बनी दर्शक!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

नई दिल्ली से रानी कमलापति जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में 19 जून को हुए बवाल का CCTV फुटेज सामने आया है, जिसने देशभर को चौंका दिया है। इस वीडियो में झांसी स्टेशन पर E2 कोच में एक यात्री को लगभग 8-10 लोग बुरी तरह पीटते नजर आ रहे हैं। आरोप है कि ये हमलावर झांसी जिले की बबीना सीट से बीजेपी विधायक राजीव सिंह पारीछा के समर्थक हैं। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि यह मारपीट विधायक की मौजूदगी में हुई, और पीड़ित यात्री को लगातार 35 सेकेंड तक चप्पलों, थप्पड़ों और घूंसे मारते रहे, जबकि कोच में बैठे अन्य यात्री, यहां तक कि पूर्व वन मंत्री रामनिवास रावत भी मूकदर्शक बने रहे।

विधायक की सीट के विवाद से शुरू हुआ मामला

मामला उस वक्त शुरू हुआ जब विधायक राजीव सिंह, पत्नी कमली सिंह और बेटे श्रेयांस सिंह के साथ कोच E2 में सफर कर रहे थे। उन्हें सीट नंबर 8, 50 और 51 अलॉट थीं, जबकि 49 नंबर सीट पर राजप्रकाश नामक यात्री बैठा था। विधायक ने उनसे सीट एक्सचेंज करने की मांग की, लेकिन राजप्रकाश ने इसे ठुकरा दिया। बताया गया कि इसके बाद विधायक नाराज होकर गैलरी की ओर चले गए और ट्रेन जैसे ही झांसी स्टेशन पर रुकी, 8-10 युवक कोच में घुसकर राजप्रकाश पर टूट पड़े।

मारपीट का वीडियो: 35 सेकेंड तक पीटते रहे, चप्पल और लातें मारी

CCTV फुटेज में साफ दिखता है कि कोच में प्रवेश करते ही हमलावरों ने पीड़ित को सीट से खींचा और उसे थप्पड़ों, लात-घूंसों और यहां तक कि चप्पल से भी मारा। विधायक इस पूरे घटनाक्रम के दौरान मौके पर मौजूद थे और बीच में मारपीट करने वाली भीड़ में खुद भी नजर आए। इस दौरान राजप्रकाश का सूटकेस भी लगेज रैक से उतारकर ले जाया गया और ट्रेन के गेट पर रख दिया गया। मारपीट के करीब 4 मिनट बाद पुलिस कोच में पहुंची।

वीडियो में यह भी देखा गया कि जब यह हमला हो रहा था, उसी कोच में मध्यप्रदेश के पूर्व वन मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता रामनिवास रावत भी बैठे हुए थे। वे पूरे घटनाक्रम को खड़े होकर देखते रहे, लेकिन उन्होंने न तो किसी को रोका और न ही हस्तक्षेप किया। हैरानी की बात यह रही कि रावत ने घटना के बाद एक पोस्ट X (पूर्व ट्विटर) पर की थी, जिसे बाद में डिलीट कर दिया।

विवाद बढ़ने पर विधायक राजीव सिंह पारीछा ने वीडियो जारी कर सफाई दी और उल्टा पीड़ित पर ही ‘ग़लत व्यवहार’ और ‘अशोभनीय भाषा’ इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि यात्री ठीक से नहीं बैठा था और उनके परिवार को असुविधा हो रही थी। इसीलिए उन्होंने कोच की गैलरी में जाकर मामले को शांत करने की कोशिश की।

इस घटना पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस के मीडिया विभाग प्रमुख मुकेश नायक ने घटना का वीडियो शेयर करते हुए लिखा— “यह है बीजेपी का सुशासन? वंदे भारत ट्रेन में सीट एक्सचेंज से इनकार किया तो विधायक के समर्थकों ने यात्री को पीटा, नाक से खून निकाल दिया।” उन्होंने इसे उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की विफलता और गुंडा राज करार दिया।

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस गंभीर घटना को लेकर झांसी जीआरपी ने सिर्फ एनसीआर (गैर-संज्ञेय रिपोर्ट) दर्ज की है, जो सामान्यतः गाली-गलौज या मामूली झगड़े के मामलों में की जाती है। जबकि घटना का वीडियो पूरी तरह से दिखाता है कि किस तरह ट्रेन में सरेआम हिंसा हुई और एक आम यात्री को पीटा गया।

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