जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
भारतीय विमानन क्षेत्र की दिग्गज एयरलाइन एअर इंडिया पर संकट गहराता जा रहा है। डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने एयरलाइन को गंभीर चेतावनी जारी करते हुए स्पष्ट कर दिया है कि यदि फ्लाइट ऑपरेशन से जुड़ी गड़बड़ियां और लापरवाहियां जारी रहीं तो कंपनी का लाइसेंस सस्पेंड या पूरी तरह रद्द किया जा सकता है। यह चेतावनी ऐसे समय पर आई है जब 12 जून को अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 हादसे का शिकार हो गई थी, जिसमें कुल 275 लोगों की जान चली गई थी। हादसे के बाद जांच में सामने आया कि पायलट ड्यूटी शेड्यूलिंग, उड़ान अनुभव और लाइसेंसिंग नियमों का गंभीर उल्लंघन किया गया था।
DGCA के निर्देश पर एयर इंडिया ने डिविजनल वाइस प्रेसिडेंट चूड़ा सिंह, क्रू शेड्यूलिंग की चीफ मैनेजर पिंकी मित्तल और क्रू प्लानिंग से जुड़ी पायल अरोड़ा को उनके पदों से हटाया है। इन अफसरों पर आरोप है कि इन्होंने नियमों के खिलाफ क्रू पेयरिंग की, आवश्यक उड़ान अनुभव की अनदेखी की, और शेड्यूलिंग प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया। DGCA ने इन अधिकारियों को सभी ऑपरेशनल भूमिकाओं से तत्काल हटाने और उनके खिलाफ इंटर डिसिप्लिनरी जांच शुरू करने के आदेश दिए हैं।
DGCA ने एयर इंडिया से 2024 से अब तक के सभी ऑडिट, प्लान-अनप्लांड इंस्पेक्शन, कॉकपिट/एनरूट ऑब्जर्वेशन, स्टेशन फैसिलिटी रिपोर्ट, रैंप और केबिन इंस्पेक्शन की जानकारी 22 जून तक मांगी है। यह डेटा इस बात का मूल्यांकन करेगा कि एयरलाइन ने सुरक्षा मानकों और संचालन दिशानिर्देशों का कितनी गंभीरता से पालन किया।
इसी के साथ, DGCA ने भारत की पूरी विमानन प्रणाली की 360 डिग्री स्कैनिंग का निर्णय लिया है। इसके अंतर्गत उड़ान संचालन, रखरखाव, लाइसेंसिंग, प्रशिक्षण, एयर ट्रैफिक कंट्रोल और मेंटेनेंस सुविधाओं की व्यापक जांच की जाएगी। DGCA के महानिदेशक फैज अहमद किदवई द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि यह कदम भारत की विमानन सुरक्षा प्रणाली को वैश्विक मानकों पर मजबूत करने के लिए आवश्यक है।
वहीं, प्लेन हादसे में मारे गए यात्रियों के परिजनों को मुआवजा देना शुरू कर दिया गया है। अब तक तीन परिवारों को अंतरिम मुआवजा मिला है, जबकि शेष दावों पर कार्रवाई जारी है। हादसे में जिन 8 मृतकों के DNA सैंपल मैच नहीं हुए, उनके परिवारों से अन्य रिश्तेदारों के सैंपल मांगे गए हैं। अहमदाबाद सिविल अस्पताल ने स्पष्ट किया है कि DNA मिलान से पहले शव परिजनों को नहीं सौंपे जा सकते।
साथ ही, एयर इंडिया की स्थिति और खराब होती जा रही है। पिछले 10 दिनों में 84 उड़ानें रद्द हो चुकी हैं। 12 से 17 जून के बीच 69 उड़ानें, 18 जून को 3, 19 को 4, और 20 जून को 8 फ्लाइट्स रद्द की गईं। फ्लाइट AI388, जो वियतनाम जा रही थी, तकनीकी खराबी के कारण दिल्ली लौटाई गई। वहीं, एक फ्लाइट में पक्षी टकरा गया, जिसके चलते उसकी रिटर्न जर्नी रद्द कर दी गई।