जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
दक्षिण-पश्चिम मानसून ने अब एक बार फिर गति पकड़ ली है और मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार यह 15 से 16 जून तक मध्यप्रदेश में प्रवेश कर सकता है। इससे पहले प्रदेश में मौसम के तीखे तेवर देखने को मिल रहे हैं — कहीं झुलसा देने वाली गर्मी पड़ रही है, तो कहीं तेज आंधी और बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया है। भारत मौसम विभाग (IMD) ने अनुमान जताया है कि अगले कुछ दिन मौसम के लिहाज से अत्यंत संवेदनशील रहेंगे।
शनिवार को ग्वालियर, भिंड, मुरैना, श्योपुर, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़ और छतरपुर जिलों में लू का अलर्ट जारी किया गया है, जबकि रतलाम, झाबुआ और अलीराजपुर में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर समेत कई जिलों में तेज आंधी, बिजली गिरने और हल्की बारिश की आशंका है।
बता दें, इस वर्ष मानसून ने केरल में सामान्य समय से आठ दिन पहले ही दस्तक दे दी थी और महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ तक तेजी से पहुंच गया था। अनुमान लगाया जा रहा था कि मध्यप्रदेश में यह जून के पहले सप्ताह में ही पहुंच जाएगा, लेकिन बीते 15 दिनों से यह वहीं ठहर गया। इसका मुख्य कारण महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में मौसमीय सिस्टम का ठहराव रहा। अब यह आगे बढ़ चुका है और अगले तीन दिनों में मध्यप्रदेश में प्रवेश की संभावना प्रबल हो चुकी है।
मौसम विभाग का कहना है कि जून में मानसून आने से पहले प्रदेश में गर्मी चरम पर रहती है। खासकर ग्वालियर-चंबल संभाग सबसे ज्यादा गर्म रहता है। हालांकि, मानसून के आने के बाद तापमान में भारी गिरावट आती है और रात का तापमान भी 8–10 डिग्री तक कम हो जाता है। इसी तरह के पैटर्न की इस बार भी संभावना जताई गई है। वहीं, मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक मई से जून की शुरुआत तक प्रदेश में साइक्लोनिक सर्कुलेशन, पश्चिमी विक्षोभ और ट्रफ लाइन लगातार सक्रिय रहे। इनकी वजह से कई बार लोकल सिस्टम बना और कई जगहों पर मौसम तेजी से बदला। यह असामान्य परिघटना नहीं थी, पर इसकी तीव्रता ज्यादा रही।
बीते 24 घंटे: बिजली गिरने से दो की मौत, कई जिलों में पेड़ गिरे, ट्रेनें रुकीं
शुक्रवार को प्रदेश के कई हिस्सों में तेज आंधी और बारिश ने तबाही मचाई। शिवपुरी के ककरवाया गांव में भूसे की फैक्ट्री को भारी नुकसान हुआ — पिलर और शेड उड़ गए, जिससे भूसा और उससे बनी ईंटें बारिश में धुल गईं। गुना, शिवपुरी, कोलारस, मुरैना और खंडवा में आंधी और तेज बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। रतलाम रेल मंडल के गौतमपुरा-बड़नगर ट्रैक पर पेड़ गिरने से महू से रतलाम जाने वाली पैसेंजर ट्रेन रोक दी गई।
रतलाम के मोयाखेड़ा और तंबोलिया गांवों में बिजली गिरने से एक किशोरी और एक युवती की जान चली गई, जबकि एक अन्य युवती घायल हुई। गुना में डेढ़ इंच बारिश दर्ज की गई, वहीं आलोट के जोयन गांव में एक महिला पर पेड़ गिरने से मौत हो गई।
भीषण गर्मी का कहर: खजुराहो में तापमान 45 डिग्री के पार
गर्मी भी कम कहर नहीं बरपा रही। शुक्रवार को छतरपुर जिले के खजुराहो में पारा 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। ग्वालियर (44.5°C), नर्मदापुरम (44.4°C), नौगांव (44°C) भी झुलसा देने वाले तापमान में तपे। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर सहित कई अन्य शहरों में भी तापमान 38 से 42 डिग्री के बीच रहा। टीकमगढ़, रीवा, सतना, नरसिंहपुर, सीधी जैसे जिले भी लू की चपेट में रहे।