नरसिंहपुर और बुरहानपुर में करंट से मौतें: नरसिंहपुर में हाईटेंशन लाइन की चपेट में आए 6 मजदूर, 3 की मौत मौके पर; बुरहानपुर में करंट से 9 साल की बच्ची की मौत, सीएम मोहन यादव ने जताया दुख!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले के गाडरवाड़ा में शुक्रवार सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जब हाईवोल्टेज बिजली लाइन की चपेट में आकर तीन मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन गंभीर रूप से झुलस गए। हादसा श्री पैलेस गार्डन के बाहर करीब 11 बजे हुआ, जहां कर्मचारी एक भारी लोहे की सीढ़ी को धक्का देकर मेन रोड की ओर ला रहे थे। उसी दौरान वह सीढ़ी गेट के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन से टकरा गई, और तेज़ करंट ने कुछ ही सेकंड में सब कुछ तबाह कर दिया।

शवों से निकल रहा था धुआं, लोगों के सामने ही बुझी सांसें

घटना इतनी भयानक थी कि तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और शवों से धुआं निकलता देखा गया। बाकी तीन मजदूरों को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जिनमें से एक को नरसिंहपुर रेफर किया गया है। मृतकों की पहचान पीयूष मेखवाल (21, इंदौर), राजू साहू (45, गाडरवाड़ा) और पूरनलाल जाटव (30, गाडरवाड़ा) के रूप में हुई है। वहीं, घायल मजदूरों में आशाराम जाटव (60), आशीष कौरव और संतोष पाली शामिल हैं।

हादसे के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया है। लोगों का कहना है कि गार्डन प्रबंधन और बिजली विभाग दोनों ने सुरक्षा मानकों की अनदेखी की। मृतक पूरनलाल के भाई ने बताया कि हादसे के बाद अब तक ठेकेदार परिवार से मिलने तक नहीं आया, और मजदूरों को बिना सुरक्षा उपकरणों के खतरनाक कार्य में लगाया गया था।

वहीं, घटना के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दुख प्रकट करते हुए मृतकों के परिजनों को ₹2-2 लाख और घायलों को ₹50-50 हजार की सहायता राशि देने की घोषणा की है। हालांकि पीड़ित परिवारों का कहना है कि मुआवजा पर्याप्त नहीं है और उन्हें स्थायी मदद और नौकरी जैसी सुविधाएं दी जाएं।

बुरहानपुर में भी करंट से 9 साल की बच्ची की मौत

बता दें, इसी दिन एक और हृदयविदारक हादसा बुरहानपुर जिले के नेपानगर थाना क्षेत्र के बोरसल गांव में हुआ, जहां सुबह करीब 9:50 बजे तीन बच्चियां करंट की चपेट में आ गईं। वे एक पुराने मकान के पास खेल रही थीं, तभी दीवार से लटकते टूटे हुए बिजली तार को छू बैठीं। दो बच्चियों को समय रहते बचा लिया गया, लेकिन एक 9 साल की बच्ची की मौत हो गई। यह हादसा भी बिजली विभाग की घोर लापरवाही को उजागर करता है।

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