मंगलवार को मोदी सरकार ने बड़ा ऐलान करते हुए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा की। आजाद भारत के लिए स्वतंत्रता सेनानी रह चुके कर्पूरी ने बिहार राज्य में दो बार बतौर मुख्यमंत्री जिम्मा संभाला था। हालांकि वह कभी अपना कार्यकाल नहीं पूरा कर पाए। उन्हें पिछड़ें वर्गों के लिए आरक्षण का रास्ता साफ करने के लिए जाना जाता है।
कर्पूरी ठाकर दो बार बिहार के सीएम और एक बार डिप्टी सीएम भी रहे। वह बिहार के पहले ऐसे मुख्यमंत्री थे जो कि कांग्रेस से नहीं थे। 1952 में पहली बार उन्होंने विधानसभा का चुनाव जीता था। वह जयप्रकाश नारायण को आदर्श मानते थे। 1970 में सरकार में मंत्री बनने के बाद उन्होने आठवीं तक की शिक्षा मुफ्त करने का ऐलान कर दिया था। कर्पूरी ठाकुर को बिहार में पहली बार शराबबंदी करने के लिए भी जाना जाता है।