जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता अब राजधानी के सबसे वीआईपी इलाकों में से एक, राज निवास मार्ग पर स्थित बंगला नंबर 1 में रहने जा रही हैं। यह वही बंगला है जो पहले उपराज्यपाल सचिवालय के तौर पर काम में लिया जाता था। अब इसे मुख्यमंत्री आवास के रूप में तैयार किया जा रहा है। इस बंगले की मरम्मत और सजावट का पहला चरण जल्द शुरू होगा, जिसका बजट 60 लाख रुपए रखा गया है। इस बजट में अकेले एयर कंडीशनिंग पर 11 लाख रुपए, और झूमर-लाइट्स पर 6 लाख रुपए से अधिक खर्च होगा।
बंगला नंबर 1 दिल्ली सरकार की टाइप VII कैटेगरी में आता है, जिसमें 4 बेडरूम, ड्राइंग रूम, विजिटर्स हॉल, नौकरों के लिए कमरा, किचन, लॉन और बैकयार्ड शामिल हैं। इसे मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और उनके परिवार के रहने लायक बनाने के लिए 24 एयर कंडीशनर, 5 स्मार्ट टीवी (चार 55 इंच और एक 65 इंच), 3 बड़े झूमर, 80 से ज्यादा पंखे और अत्याधुनिक किचन उपकरण लगाए जा रहे हैं। किचन में गैस हॉब, इलेक्ट्रिक चिमनी, माइक्रोवेव, टोस्ट ग्रिल, वॉशिंग मशीन, डिशवॉशर और 50 लीटर प्रति घंटे की क्षमता वाला RO वॉटर प्लांट भी लगेगा।
इसके साथ ही, बंगला नंबर 2 को मुख्यमंत्री का ‘कैंप ऑफिस’ बनाया जाएगा, जहां मुख्यमंत्री आम जनता से मुलाकात करेंगी। दोनों बंगलों को जोड़ने के लिए एक रास्ता भी तैयार किया जा रहा है। फिलहाल रेखा गुप्ता अपने शालीमार बाग स्थित निजी निवास में रह रही हैं।
दिलचस्प बात यह है कि रेखा गुप्ता ने चुनाव के दौरान ही साफ कर दिया था कि वे पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बंगले (6 फ्लैगस्टाफ रोड) में नहीं रहेंगी। उन्होंने उस बंगले को भ्रष्टाचार का प्रतीक बताया था। भाजपा ने भी उस बंगले को ‘शीशमहल’ कहा था। वजह यह है कि उस बंगले के रेनोवेशन में करीब 45 करोड़ रुपए खर्च हुए थे।
मई 2023 में जब पहली बार यह मामला सुर्खियों में आया, तब उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने CBI को इसकी जांच सौंपी थी। सितंबर 2023 में CBI ने रिपोर्ट में बताया कि कोविड काल में उस बंगले के रेनोवेशन पर 44.78 करोड़ रुपए सरकारी खजाने से खर्च हुए। भाजपा नेताओं का आरोप था कि इस बंगले को बनाने में 4 सरकारी संपत्तियों को गलत तरीके से जोड़ दिया गया, और इसके निर्माण में कई नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने तो यहां तक शिकायत की थी कि इस बंगले की पूरी प्रक्रिया को ही रद्द कर देना चाहिए। भाजपा ने चुनाव प्रचार में भी वादा किया था कि उनकी सरकार बनी तो नया मुख्यमंत्री उस बंगले में नहीं रहेगा। रेखा गुप्ता ने इसी वादे को निभाते हुए अब राज निवास मार्ग पर नया सरकारी बंगला चुना है। अब देखना होगा कि दिल्ली की जनता, जो बीते कई महीनों से ‘शीशमहल’ की चर्चाओं के बीच रही है, वो इस नए मुख्यमंत्री आवास पर क्या राय बनाती है। फिलहाल, नई सरकार ने कम खर्च में नया बंगला तैयार करवाने का दावा किया है।