जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
निवाड़ी के पृथ्वीपुर में आयोजित नारी सम्मान सम्मेलन में उस समय असहज स्थिति बन गई जब केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक मंच पर नाराज हो गए और कार्यक्रम के बीच में ही माइक छोड़कर उठकर चले गए। उनके इस व्यवहार से सभा में कुछ समय के लिए तनावपूर्ण माहौल बन गया।
दरअसल, यह घटना तब घटी जब पाल समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष शैतान सिंह पाल मंच पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री खटीक का सम्मान करना चाह रहे थे। पाल समाज की ओर से दोनों नेताओं को पारंपरिक पगड़ी पहनाने की योजना थी, जिसे लेकर कुछ क्षणों के लिए मंच पर असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई। इस व्यवधान से खफा होकर केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक अचानक मंच से उठ खड़े हुए और सीधे मुख्यमंत्री के पास जाकर बैठ गए। उनके पीछे-पीछे शैतान सिंह पाल भी दौड़े और हाथ पकड़कर उन्हें वापस मंच पर लाने की कोशिश की, लेकिन मंत्री नहीं रुके।
इस पूरे घटनाक्रम से सभा में उपस्थित जनसमूह और अधिकारियों के बीच हलचल मच गई। कुछ देर तक माहौल तनावपूर्ण रहा, लेकिन स्थिति जल्द ही नियंत्रण में आ गई। शैतान सिंह पाल ने बाद में स्पष्ट किया कि उनका कोई गलत इरादा नहीं था और न ही किसी प्रकार की कटुता थी। उन्होंने कहा कि वे केवल पाल समाज की ओर से मुख्यमंत्री और मंत्रीजी का पारंपरिक रूप से सम्मान करना चाहते थे। उन्होंने मंत्री खटीक को अपना बड़ा भाई बताते हुए कहा कि यह सब एक सहज भाव में किया जा रहा था।
घटना के बाद, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी में माहौल फिर से सामान्य हुआ और शैतान सिंह पाल ने मंच पर दोनों नेताओं का पारंपरिक तरीके से सम्मान किया। इस विषय पर हालांकि केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक की कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी, क्योंकि उनका मोबाइल फोन बंद बताया गया।