जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। पिछले 24 घंटे में कई जिलों में तेज़ आंधी और झमाझम बारिश ने लोगों को चौंका दिया है। जहां एक ओर तापमान 41 डिग्री तक पहुंच गया था, वहीं दूसरी ओर बुधवार देर रात भोपाल समेत कई जिलों में तूफानी हवाओं और बारिश से मौसम ठंडा हो गया।
राजधानी भोपाल में बुधवार रात तेज़ आंधी और मूसलधार बारिश हुई। हवा की रफ्तार इतनी तेज़ थी कि कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए और बिजली गुल हो गई। शाजापुर जिले में दर्जनों पेड़ धराशायी हो गए, वहीं रायसेन की सड़कों पर पानी भर गया जिससे आवाजाही प्रभावित हुई।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 24 घंटे में खंडवा में 2 इंच, रायसेन में डेढ़ इंच, इंदौर और सीहोर में सवा इंच, छिंदवाड़ा में 1 इंच, गुना में पौन इंच और नर्मदापुरम में आधा इंच बारिश दर्ज की गई। वहीं सीहोर के इछावर में ढाई इंच से ज्यादा बारिश हुई, जिससे खेतों और सड़कों पर पानी फैल गया।
गुरुवार सुबह भी इंदौर, खरगोन और धार जैसे जिलों में बारिश का दौर जारी रहा। इंदौर में सुबह से ही आसमान काले बादलों से ढका रहा और कई जगहों पर पानी भर गया।
नौतपा के चौथे दिन, यानी बुधवार को, मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि राज्य के 40 जिलों में तेज़ आंधी और बारिश हो सकती है। कुछ जिलों में हवाओं की रफ्तार 50 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है।
जिन जिलों में अलर्ट जारी किया गया है, उनमें शामिल हैं – भोपाल, इंदौर, उज्जैन, सीधी, सिंगरौली, पन्ना, दमोह, मंडला, बालाघाट, सिवनी, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, सागर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, सीहोर, शाजापुर, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, धार, अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, मंदसौर, राजगढ़, आगर-मालवा, मैहर, मऊगंज, कटनी, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी और नीमच। यहां लोगों को सलाह दी गई है कि खुले में यात्रा करने से बचें, कमजोर संरचनाओं से दूर रहें और बिजली के खंभों, पेड़ों आदि के पास खड़े न हों।
हालांकि बारिश ने राहत दी है, लेकिन मंगलवार को प्रदेश के कई जिलों में भीषण गर्मी और उमस रही। भोपाल में बारिश से पहले तापमान 40.2 डिग्री तक पहुंच गया था। ग्वालियर में 40.1 डिग्री, जबलपुर में 38.5 डिग्री, उज्जैन में 37.7 डिग्री और इंदौर में 35.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। सबसे ज्यादा तापमान टीकमगढ़ में 41.5 डिग्री और नौगांव में 41.4 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं दूसरी ओर, छिंदवाड़ा में सबसे कम 34 डिग्री, बैतूल में 34.5 डिग्री और पचमढ़ी में 34.2 डिग्री रहा। तेज़ गर्मी और उसके बाद तेज़ बारिश के इस उतार-चढ़ाव ने लोगों की सेहत और दिनचर्या दोनों पर असर डाला है। कई लोग थकावट, सिरदर्द और बुखार जैसे लक्षणों से भी परेशान हो रहे हैं।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से उठ रही नमी भरी हवाएं मध्यप्रदेश की ओर बढ़ रही हैं, जिससे बारिश और आंधी की स्थिति बन रही है। इसके अलावा, पश्चिमी विक्षोभ और स्थानीय गर्म हवाओं की टक्कर के कारण भी अचानक मौसम में बदलाव हो रहा है। इस अस्थिर मौसम के चलते फसलों पर भी असर पड़ सकता है, खासकर जहां कटाई या बुवाई का कार्य चल रहा है। किसानों को सतर्क रहने और मौसम की ताज़ा जानकारी पर ध्यान देने की सलाह दी गई है।