जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
शनिवार सुबह मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में बाघ ने एक किसान को मौत के घाट उतार दिया। घटना कटंगी रेंज के कुडवा कॉलोनी के पास की है, जहां 45 वर्षीय किसान प्रकाश पाने खेत में काम कर रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक सुबह 6 बजे बाघ ने अचानक पीछे से हमला कर दिया। हमलावर बाघ ने प्रकाश को जबड़े में दबाकर खेत में घसीटा और शरीर का निचला हिस्सा खा गया। मौके पर मौजूद अन्य किसान कुछ समझ पाते, उससे पहले ही बाघ उसे मार चुका था। ग्रामीणों ने पत्थर फेंककर बाघ को भगाने की कोशिश की लेकिन तब तक सब खत्म हो चुका था।
घटना के बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। उनका आरोप है कि वे पिछले एक हफ्ते से वन विभाग को बाघ की मौजूदगी की सूचना दे रहे थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसी लापरवाही के चलते आज एक निर्दोष किसान की जान चली गई। नाराज ग्रामीणों ने वन चौकी का घेराव किया, जिसके बाद कटंगी थाना प्रभारी और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को शांत किया।
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार बाघ ने मृतक की जांघ और शरीर के अन्य हिस्सों को खा लिया था। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस और वन विभाग की टीम गांव में कैंप कर रही है।
इस बीच, मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में स्थित बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से भी बाघ के हमलों की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। एक महीने में यहां बाघ ने चार लोगों की जान ले ली है। इनमें एक महिला, एक बच्चा, एक पुरुष और एक चरवाहा शामिल हैं।
🔴 12 अप्रैल को बाघ ने 12 वर्षीय विजय कोल को शिकार बना लिया।
🔴 2 अप्रैल को रानी सिंह नाम की महिला पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया।
🔴 23 मार्च को चरवाहा बाघिन का शिकार बना।
🔴 एक और महिला रीता बैगा बुरी तरह घायल हुई है और अस्पताल में भर्ती है।
बता दें, गांवों में भय का माहौल है। सरपंचों का कहना है कि लोग खेत और जंगलों में जाने से डर रहे हैं। बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। ग्रामीणों की मांग है कि बाघ को सुरक्षित रूप से जंगल के अंदर शिफ्ट किया जाए और मृतकों के परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाए।