जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
ग्वालियर रेंज के गुना जिले में आत्माराम पारदी की हत्या का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बहुचर्चित हत्याकांड के मुख्य आरोपी और मध्य प्रदेश पुलिस के पूर्व एएसआई रामवीर सिंह कुशवाह को पकड़ने में पुलिस अब तक नाकाम रही है। बीते ढाई साल से फरार इस आरोपी की गिरफ्तारी के लिए अब डीजीपी कैलाश मकवाणा ने इनाम की राशि बढ़ाकर 50 हजार रुपए कर दी है।
हत्या का आरोपी रामवीर सिंह कुशवाह पहले से ही 20 हजार के इनामी बदमाशों की सूची में था, लेकिन इतने लंबे समय तक पुलिस की पकड़ से बाहर रहने के कारण अब उस पर इनाम की राशि बढ़ा दी गई है। गौर करने वाली बात यह भी है कि इस हत्याकांड में शामिल रहा रामवीर, फरार होने से पहले दो बार आउट ऑफ टर्न प्रमोशन ले चुका था, जिससे उसकी पुलिस महकमे में गहरी पकड़ होने का संकेत मिलता है।
क्या है पूरा मामला?
यह मामला 9 जून 2015 का है, जब आत्माराम पारदी अपने परिवार के साथ पार्वती नदी में अस्थि विसर्जन के लिए गया हुआ था। वह अपनी मां अप्पी बाई, बहन और परिवार के अन्य सात सदस्यों के साथ वहां मौजूद था। आत्माराम चोरी के एक मामले में कुछ ही दिन पहले जमानत पर जेल से रिहा हुआ था।
इसी दौरान एक नीले रंग की प्राइवेट कार वहां आकर रुकी, जिसमें ASI रामवीर सिंह कुशवाह, आरक्षक योगेंद्र सिसोदिया, दिनेश गुर्जर और रघुराज तोमर मौजूद थे। पुलिस को देखते ही आत्माराम ने नदी में छलांग लगा दी, लेकिन पुलिस ने पीछा करते हुए गोली चला दी, जिससे आत्माराम नदी में ही ढेर हो गया। बाद में उसका शव बरामद किया गया, जिसमें गोली लगी हुई थी।
इस हत्या से नाराज आत्माराम के परिजनों और स्थानीय पारदी समुदाय ने जमकर हंगामा किया, लेकिन पुलिस ने मामले को दबा दिया। आत्माराम की हत्या के 10 महीने बाद पुलिस ने सिर्फ गुमशुदगी का मामला दर्ज किया, जिससे साफ हो गया कि हत्या के आरोपियों को बचाने की कोशिश की जा रही थी।
इस मामले में न्याय की आस में आत्माराम के परिजन हाईकोर्ट पहुंचे, जहां कोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाते हुए CID जांच के आदेश दिए। जांच में खुलासा हुआ कि आत्माराम की हत्या में थाना धरनावदा के तत्कालीन प्रभारी ASI रामवीर कुशवाह, आरक्षक योगेंद्र सिसोदिया, दिनेश गुर्जर और रघुराज तोमर शामिल थे। इसके बाद इन सभी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया। योगेंद्र सिसोदिया को तो पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, लेकिन मुख्य आरोपी रामवीर सिंह कुशवाह तब से फरार है।
गिरफ्तारी न होने से भड़के परिजन, राष्ट्रपति तक लगा चुके हैं न्याय की गुहार
मृतक आत्माराम के परिजनों ने हाल ही में ग्वालियर आईजी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया और चक्काजाम करते हुए गिरफ्तारी की मांग उठाई। इससे पहले वे स्थानीय सांसद केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से लेकर राष्ट्रपति तक न्याय की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अब तक आरोपी रामवीर सिंह कुशवाह पुलिस की पकड़ से बाहर है।
परिजनों का आरोप है कि पुलिस खुद ही अपने अधिकारी को बचाने में लगी हुई है। हत्या के इतने साल बीत जाने के बावजूद मुख्य आरोपी खुलेआम घूम रहा है और पुलिस उसे पकड़ने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई है।
अब जब DGP कैलाश मकवाणा ने इनाम की राशि 50 हजार कर दी है, तब देखना होगा कि पुलिस इस हत्यारे को गिरफ्तार कर पाती है या नहीं।