जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
गुरुवार को उत्तराखंड की पवित्र भूमि पर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगमन हुआ, तो पूरा राज्य एक बार फिर ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना। सबसे पहले पीएम मोदी उत्तरकाशी के मुखवा पहुंचे, जिसे मां गंगा का मायका कहा जाता है। मंदिर की पवित्रता और आस्था में लीन होकर उन्होंने मां गंगा के चरणों में मत्था टेका, विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। इस आध्यात्मिक माहौल में जब घंटियों की गूंज और वैदिक मंत्रोच्चार से वातावरण गुंजायमान हुआ, तब समस्त उत्तराखंड में भक्ति की लहर दौड़ गई।
इसके बाद प्रधानमंत्री ने बाइक रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और हर्षिल घाटी के व्यू पॉइंट से प्रकृति के इस अद्भुत नज़ारे को निहारा। अपने संबोधन में उन्होंने एक अनोखी पहल का सुझाव दिया—‘घाम तापो (धूप सेंको) पर्यटन।’ उन्होंने कहा कि जब देश के मैदानी इलाकों में घना कोहरा छाया होता है, सूर्यदेव के दर्शन दुर्लभ होते हैं, तब उत्तराखंड की वादियां सुनहरी धूप से नहाई होती हैं। क्यों न लोग यहां आकर सुकून और गर्माहट का अहसास करें? प्रधानमंत्री ने कंपनियों से अपील की कि वे अपने बड़े सेमिनार और कॉन्फ्रेंस उत्तराखंड में आयोजित करें, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को भी नई दिशा मिले।
यह कोई पहला अवसर नहीं था जब पीएम मोदी उत्तराखंड की धरती पर आए थे। वे हमेशा से देवभूमि के प्रति अपनी गहरी आस्था और लगाव को दर्शाते रहे हैं। केदारनाथ की गुफाओं में ध्यान लगाना हो, बद्रीनाथ और जागेश्वर धाम की यात्रा हो, या ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में शामिल होना—हर बार वे उत्तराखंड के विकास और अध्यात्म से जुड़े रहे हैं।
प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनका उत्तराखंड का दूसरा दौरा था, लेकिन इससे पहले वे केदारनाथ के दर्शन के लिए 5 बार आ चुके हैं। 2017 में पहली बार जब वे केदारनाथ पहुंचे थे, तब से लेकर अब तक उन्होंने इस धाम के पुनर्निर्माण और भव्यता को बढ़ाने के लिए कई योजनाओं को मूर्त रूप दिया है। 2019 में तो उन्होंने गुफा में ध्यान लगाकर देश और दुनिया को आध्यात्मिक चेतना का संदेश दिया था। 28 जनवरी को जब वे देहरादून में राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन के लिए आए थे, तब भी उन्होंने उत्तराखंड को खेल और पर्यटन का हब बनाने का संकल्प लिया था। यही कारण है कि जब वे उत्तराखंड की धरती पर कदम रखते हैं, तो सिर्फ एक दौरे की औपचारिकता नहीं निभाते, बल्कि एक नई ऊर्जा, एक नया विकास मंत्र लेकर आते हैं।
वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इस दौरे को राज्य के आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया। CM पुष्पेंद्र धामी ने कहा – इस दौरे से अर्थव्यवस्था, होमस्टे टूरिज्म, बॉर्डर एरिया के गांव के डेवलपमेंट को गति मिलने की उम्मीद है।