जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्य प्रदेश में एक बार फिर से तेज बारिश का दौर शुरू हो गया है। गुरुवार को मौसम विभाग ने प्रदेश के 15 से अधिक जिलों में अति भारी और भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के कई हिस्सों में अगले 3 दिनों तक लगातार बारिश की संभावना जताई जा रही है। बुधवार से ही प्रदेश के कई जिलों में बारिश का दौर जारी है और सुबह से भोपाल में भी लगातार बारिश हो रही है।
मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को बैतूल, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जिलों में अति भारी बारिश होने की संभावना है। वहीं, इंदौर, उज्जैन, धार, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, देवास, हरदा, नर्मदापुरम, श्योपुर और शिवपुरी में भारी बारिश होने का अनुमान है। इन जिलों में अगले 24 घंटों में लगभग साढ़े 4 इंच पानी गिर सकता है।
राज्य के 17 जिलों में बुधवार को भी बारिश हुई। बैतूल और बालाघाट के मलाजखंड में पौन इंच पानी गिरा, जबकि पचमढ़ी, छिंदवाड़ा और सागर में आधा इंच पानी दर्ज किया गया। इसके अलावा भोपाल, गुना, ग्वालियर, नर्मदापुरम, इंदौर, दमोह, मंडला, नरसिंहपुर, नौगांव, रीवा, सतना, सिवनी, सीधी और शाजापुर समेत कई जिलों में बारिश का दौर जारी रहा।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार इस सीजन में अब तक 29.9 इंच बारिश दर्ज की गई है। मध्य प्रदेश की औसत बारिश 37 इंच है, यानी अभी कोटे से केवल 7.1 इंच की कमी है। वहीं, सामान्य वर्षा से 6.4 इंच ज्यादा बारिश भी हुई है। प्रदेश के पूर्वी हिस्सों यानी जबलपुर, सागर, शहडोल और रीवा संभाग में औसत से 34% अधिक बारिश दर्ज की गई, जबकि पश्चिमी हिस्सों में भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल और नर्मदापुरम संभाग में 21% अधिक बारिश हुई है।
सीनियर मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया सक्रिय हो गया है और साथ ही तीन ट्रफ की एक्टिविटी भी बनी हुई है। इसके चलते अगले चार दिनों तक स्ट्रॉन्ग सिस्टम सक्रिय रहेगा, जिससे कई जिलों में अति भारी और भारी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। अगस्त के दूसरे पखवाड़े में यह तेज बारिश का दौर पूरे प्रदेश में देखने को मिलेगा और कुछ जिलों में यह बारिश का कोटा पहले ही पूरा कर देगा।
विशेष रूप से मालवा-निमाड़ क्षेत्र यानी इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में लंबे समय से सूखा बना हुआ था। यहां अगले 3 दिन के दौरान होने वाली भारी बारिश से सूखे का असर समाप्त होने की उम्मीद है। इन संभागों के 15 जिलों में से 8 जिलों में अब तक 14 इंच से कम बारिश ही हुई है। दूसरी ओर गुना, निवाड़ी, मंडला और टीकमगढ़ में अब तक 45 इंच से अधिक बारिश दर्ज की जा चुकी है। सबसे कम बारिश के मामले में इंदौर जिला पहले नंबर पर है, जबकि बड़वानी, बुरहानपुर, खरगोन और खंडवा भी सूखे की स्थिति वाले शीर्ष जिलों में शामिल हैं।
भोपाल में गुरुवार तड़के बारिश हुई, इसके बाद थोड़ी धूप निकल आई। इंदौर में भी पानी गिरा और नर्मदापुरम के पिपरिया क्षेत्र में रात 12 बजे के बाद कभी तेज तो कभी धीमी बारिश जारी रही। इस मौसम प्रणाली की सक्रियता ने यह संकेत दिया है कि प्रदेश में बारिश का सिलसिला आगामी दिनों तक अविरत रूप से जारी रहेगा, जिससे किसानों और आम जनमानस दोनों को राहत मिलने की संभावना है।
इस साल अब तक प्रदेश में ओवरऑल 27 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगले 2-3 दिनों में भारी झड़ी लगते ही अधिकांश जिलों में बारिश का कोटा पूरा हो जाएगा। ऐसे में मध्य प्रदेश के मौसम के लिए यह दौर न केवल राहतभरा है बल्कि सूखे और पानी की कमी वाले क्षेत्रों में जीवन और कृषि दोनों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।