जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
कोटा में छात्रों की आत्महत्या का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार (8 जनवरी) को एक और दुखद घटना ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया। मध्य प्रदेश के गुना निवासी अभिषेक (20) ने जेईई एडवांस की तैयारी के बीच हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना विज्ञान नगर थाना क्षेत्र के अंबेडकर नगर इलाके की है, जहां अभिषेक मई 2024 से रहकर अपनी पढ़ाई कर रहा था।
अभिषेक ने बुधवार को पंखे से फांसी लगाकर अपनी जान दी। गुरुवार सुबह जब हॉस्टल के कर्मचारियों ने उसे फंदे से लटका देखा, तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और परिजनों को सूचना दी। परिवार के लोग कोटा पहुंचे और पोस्टमार्टम के बाद शव को ले गए।
अभिषेक ने आत्महत्या से पहले एक सुसाइड नोट लिखा था। इस नोट में उसने लिखा, “मैं पढ़ाई नहीं कर पाया, दादा-दादी, पापा मुझे माफ कर देना।” अभिषेक का यह कदम हर किसी को चौंका गया, क्योंकि वह जेईई की कठिन परीक्षा की तैयारी कर रहा था, जो कि लाखों छात्रों के लिए एक अहम लक्ष्य होती है।
यह घटना कोटा में छात्रों के आत्महत्या करने के बढ़ते मामलों का हिस्सा है। इससे पहले 8 जनवरी को हरियाणा के नीरज जाट (19) ने भी आत्महत्या कर ली थी। नीरज पिछले दो सालों से कोटा में रहकर जेईई की तैयारी कर रहा था। उसे भी सोमवार को फांसी से लटका पाया गया। कोटा में छात्रों द्वारा आत्महत्या करने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिससे शहर और समाज में गहरी चिंता उत्पन्न हो रही है।