जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
भोपाल में हुए सबसे बड़े भ्रष्टाचार कांड में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। यह मामला महज नकदी और सोने का नहीं, बल्कि 100 करोड़ रुपये से ज्यादा के संदिग्ध लेन-देन का है, जिसका पर्दाफाश आयकर विभाग की एक डायरी ने किया है।
दरअसल, 19 और 20 दिसंबर की रात को लोकायुक्त और आयकर विभाग की टीम ने भोपाल के मेंडोरा के जंगलों में छापेमारी की। यहां से एक कार में 52 किलो सोने की सिल्लियां और 11 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई। लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि जांच के दौरान अधिकारियों को एक डायरी और कई दस्तावेज भी मिले, जिनमें कुछ अहम खुलासे हुए हैं। यह डायरी पूर्व ट्रांसपोर्ट कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा से जुड़ी हुई है, जिसमें परिवहन विभाग के अधिकारियों और सौरभ शर्मा के बीच 100 करोड़ रुपये से अधिक के लेन-देन का पूरा विवरण दर्ज है। इस डायरी में कई कोड नाम और संदिग्ध व्यक्तियों के नाम हैं, जो कथित तौर पर घूस या अन्य अवैध तरीकों से धन जुटाने में शामिल रहे हैं।
बता दें, सौरभ शर्मा, जो ग्वालियर के एक साधारण परिवार से आते थे, को अपने पिता की मृत्यु के बाद अनुकंपा नियुक्ति के तहत परिवहन विभाग में नौकरी मिली थी। सिर्फ सात साल के अंदर, उन्होंने इतनी बड़ी संपत्ति कैसे जमा की, यह सवाल अब हर किसी के सामने है। वहीं, आयकर विभाग अब इस डायरी और दस्तावेजों के आधार पर अपनी जांच को आगे बढ़ा रहा है, और यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इस पूरे मामले में कई बड़े नाम शामिल हो सकते हैं।