देर से आया, लेकिन ज़बरदस्त आया: मध्यप्रदेश में मानसून का धमाकेदार आगाज़, 60 जिलों में बारिश और तूफान का अलर्ट!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

मध्यप्रदेश में आखिरकार दक्षिण-पश्चिम मानसून की एंट्री हो गई है, लेकिन इस बार इसके आने का अंदाज़ा जितना आसान था, उतना नहीं रहा। देशभर में मानसून 8 दिन पहले ही पहुंच चुका था, और महाराष्ट्र व छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में यह समय से पहले एक्टिव हो गया था। ऐसे में मौसम वैज्ञानिकों को उम्मीद थी कि मध्यप्रदेश में भी यह जून के पहले सप्ताह में ही दस्तक दे देगा, लेकिन मानसून 15 दिनों तक महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ की सीमाओं पर ही रुका रहा। आखिरकार 17 जून को यह बड़वानी, खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर के रास्ते प्रदेश में दाखिल हुआ — जो तय समय से एक दिन लेट है। बता दें कि मध्यप्रदेश में मानसून की सामान्य एंट्री डेट 15 जून मानी जाती है, जबकि पिछले साल यह 21 जून को आया था।

मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो दिनों में मानसून भोपाल और इंदौर तक पहुंच सकता है, जबकि ग्वालियर-चंबल संभाग में यह सबसे आखिर में दस्तक देगा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि इस समय प्रदेश में दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव हैं, जिसकी वजह से आंधी और बारिश का दौर बना हुआ है और मानसून तेज़ी से फैल रहा है। अगले एक सप्ताह में पूरा मध्यप्रदेश मानसून की चपेट में आ जाएगा।

बारिश के साथ तूफानी हवाओं का अलर्ट भी जारी किया गया है। मंगलवार को प्रदेश के लगभग 60 से अधिक जिलों में तेज आंधी, गरज-चमक और भारी वर्षा की चेतावनी है। इन जिलों में भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा, सीधी, पन्ना, शहडोल, बालाघाट, धार, मंदसौर, रतलाम, खरगोन, झाबुआ, बैतूल, होशंगाबाद, छिंदवाड़ा, सागर, टीकमगढ़, विदिशा, रायसेन और अन्य जिले शामिल हैं। हवा की रफ्तार 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है।

सोमवार को प्रदेश में छतरपुर, खंडवा, बड़वानी समेत 14 से अधिक जिलों में झमाझम बारिश हुई। छतरपुर जिले के नौगांव में 9 घंटे के अंदर सवा इंच बारिश दर्ज की गई। रीवा, मंडला, धार, गुना, रतलाम, सतना, टीकमगढ़, अशोकनगर और हरदा में भी अच्छी वर्षा देखने को मिली। राजधानी भोपाल में भी शाम होते ही मौसम पलटा और बूंदाबांदी शुरू हो गई। कई जिलों में देर रात तक रुक-रुक कर बारिश होती रही।

इस वर्षा से तापमान में भी भारी गिरावट आई है। सोमवार को सिर्फ नर्मदापुरम में ही तापमान 40.2 डिग्री रहा, बाकी सभी शहरों में पारा 40 के नीचे चला गया। इंदौर में तापमान 34.6 डिग्री, भोपाल में 37.5 डिग्री, उज्जैन-जबलपुर में 38 डिग्री और ग्वालियर में 37 डिग्री सेल्सियस रहा। प्रदेश का सबसे ठंडा शहर पचमढ़ी रहा, जहां सिर्फ 31.2 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।

इस बार का मानसून न सिर्फ देर से आया, बल्कि पहले से भी ज्यादा सक्रिय दिखाई दे रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में यह मानसून खेती के लिए वरदान साबित हो सकता है, बशर्ते भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति न बने। प्रशासन और किसानों दोनों के लिए यह एक सतर्कता और उम्मीद का समय है।

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