जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन के ऐतिहासिक दरबार हॉल में सोमवार, 29 अप्रैल 2025 को पद्म पुरस्कार 2025 समारोह का भव्य आयोजन संपन्न हुआ। इस गरिमामय अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कला, साहित्य, विज्ञान, उद्योग, सामाजिक सेवा सहित विभिन्न क्षेत्रों में असाधारण योगदान देने वाली 71 विशिष्ट हस्तियों को नागरिक सम्मान प्रदान किए।
इस प्रतिष्ठित समारोह में फिल्म निर्माता शेखर कपूर, गायक अरिजीत सिंह, और दिवंगत ग़ज़ल गायक पंकज उधास जैसे नामचीन हस्तियों को भी सम्मानित किया गया। पंकज उधास को मरणोपरांत पद्म भूषण से नवाज़ा गया, जिसे उनकी पत्नी ने राष्ट्रपति से ग्रहण किया।
समारोह की गरिमा में चार चांद लगाए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह, जिनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी खास बना दिया। इस कार्यक्रम को देशभर में गौरव और प्रेरणा का प्रतीक माना जा रहा है।
इस अवसर पर मध्यप्रदेश के लिए गर्व की बात रही कि राज्य की दो विभूतियों को पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया। इनमें शामिल हैं:
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भेरूसिंह चौहान – लोक संगीत क्षेत्र में असाधारण योगदान देने वाले एक महान लोकगायक, जिन्होंने मध्यप्रदेश की लोक संस्कृति और परंपरा को देशभर में पहचान दिलाई।
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शालिनी देवी होलकर – व्यापार एवं उद्योग के क्षेत्र में विशेषकर हथकरघा उद्योग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाली उद्यमिता की प्रतीक महिला, जिन्होंने कारीगरों को आत्मनिर्भरता और पहचान दिलाई।
इस ऐतिहासिक क्षण पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दोनों विभूतियों को बधाई देते हुए कहा कि “यह मध्यप्रदेश के लिए अत्यंत गर्व का क्षण है। भेरूसिंह जी और शालिनी देवी जी ने जो प्रतिमान अपने-अपने क्षेत्रों में स्थापित किए हैं, वे प्रदेश की युवा पीढ़ी को राष्ट्रभक्ति, रचनात्मकता और जनसेवा की प्रेरणा देंगे।”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यह पुरस्कार केवल व्यक्तियों को नहीं, बल्कि उनकी वर्षों की साधना, त्याग और समर्पण को सम्मानित करता है। इन सम्मानों से मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक और औद्योगिक पहचान को देशभर में और अधिक मजबूती मिलेगी।