जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
दो बार के ओलिंपिक जेवलिन थ्रो मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा पर इन दिनों एक विवाद का साया है। विवाद की वजह है उनका पाकिस्तान के ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट अरशद नदीम को नीरज चोपड़ा क्लासिक टूर्नामेंट के लिए भेजा गया निमंत्रण। यह मामला तब सामने आया जब 22 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने 26 लोगों की जान ले ली, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। इसके बाद सोशल मीडिया पर नीरज की देशभक्ति पर सवाल उठाए जाने लगे और उन पर पाकिस्तान के खिलाड़ी को भारत आने का निमंत्रण देने के लिए आलोचना होने लगी।
नीरज ने खुद इस मामले पर अपनी सफाई दी और स्पष्ट किया कि यह निमंत्रण पहलगाम हमले से दो दिन पहले भेजा गया था। उन्होंने कहा कि यह एक एथलीट की तरफ से दूसरे एथलीट को दिया गया निमंत्रण था, और इसका उद्देश्य भारत में खेलों को प्रमोट करना और विश्व स्तर पर भारत को खेलों का केंद्र बनाना था। नीरज ने कहा, “मेरे लिए हमेशा देश और उसका हित पहले है, और यह निमंत्रण एक खेल प्रतियोगिता के तहत था, न कि किसी राजनीतिक या सामाजिक विचारधारा से प्रेरित।”
सोशल मीडिया पर नीरज चोपड़ा के इस कदम को लेकर आलोचनाओं की बाढ़ आ गई। कुछ लोगों ने उनका विरोध करते हुए उनके परिवार को भी निशाना बनाया, गालियाँ दीं और आरोप लगाया कि नीरज पाकिस्तानी खिलाड़ी को भारत आने का निमंत्रण देकर देश के साथ गद्दारी कर रहे हैं। नीरज ने इस पर कहा कि वह इस तरह की नफरत को सहन करने के लिए तैयार नहीं थे, और उनके परिवार को भी इस विवाद में घसीटने का कोई औचित्य नहीं था। उन्होंने अपने बयान में कहा, “मैंने हमेशा देश का नाम गर्व से आगे बढ़ाया है, और आज मेरी ईमानदारी पर सवाल उठाए जा रहे हैं, इससे मुझे गहरा दुख हो रहा है।”
मां के बयान को गलत ढंग से प्रस्तुत किया गया
नीरज ने कहा कि उनकी मां के एक साल पुराने बयान को भी अब गलत तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उनकी मां ने पेरिस ओलिंपिक के समय अरशद नदीम को अपने बेटे जैसा बताया था, और उस समय उनके इस बयान की सराहना की गई थी। लेकिन अब उसी बयान को उनके खिलाफ इस्तेमाल किया जा रहा है। नीरज ने कहा, “मैं और भी कड़ी मेहनत करूंगा ताकि दुनिया भारत को सही मायनों में जानें और सम्मान के साथ देखे।”
अरशद नदीम ने निमंत्रण ठुकरा दिया
नीरज के निमंत्रण को ठुकराने वाले अरशद नदीम ने भी इस विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि वह 22 मई को एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए कोरिया रवाना हो रहे हैं, और उन्होंने एनसी क्लासिक टूर्नामेंट में भाग लेने का कोई इरादा नहीं किया। अरशद ने यह भी बताया कि वह 27 से 31 मई तक कोरिया में एशियाई चैंपियनशिप के लिए तैयारी कर रहे हैं, इसलिये वह नीरज के टूर्नामेंट में शामिल नहीं हो सकते थे। उनका यह बयान पहलगाम हमले के बाद आया, जिससे एक बार फिर यह मामला चर्चा में आ गया।