उज्जैन। बाबा महाकाल मंदिर में महाष्टमी की भस्मारती हुई। भस्मारती में सूर्य, चन्द्र से बाबा महाकाल को सजाया गया। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में आज चैत्र शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर मंगलवार तड़के भस्म आरती के दौरान चार बजे मंदिर के पट खुलते ही पण्डे पुजारी ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन कर भगवान महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर फलों के रस से बने पंचामृत से कर पूजन अर्चन किया। इसके बाद प्रथम घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद बाबा महाकाल को चांदी का मुकुट और रुद्राक्ष व पुष्पों की माला धारण करवाई गई। आज के श्रृंगार की विशेष बात यह रही कि आज मंगलवार की भस्मआरती में बाबा महाकाल का सूर्य व चन्द्रमा से श्रृंगार किया गया था। श्रृंगार के बाद बाबा महाकाल के ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढांककर भस्मी रमाई गई और भोग भी लगाया गया। महानिर्वाणी अखाड़े की और से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दिव्य दर्शनों का लाभ लिया, जिससे पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल की गूंज से गुंजायमान हो गया।
सूर्य और चन्द्र से सजे बाबा महाकाल

- Post author:Jantantra Editor
- Post published:April 16, 2024
- Post category:उज्जैन / मंदिर
- Post comments:0 Comments
You Might Also Like

राम मंदिर निर्माण कार्य अंतिम चरण में, 2025 तक होगा पूर्ण: मंदिर में लगेगी दो ऐतिहासिक मूर्तियाँ, कुबेर टीले पर जटायू और जल्द आएगी गिलहरी की प्रतिमा

खाटू धाम में श्रद्धा और भक्ति का महासंगम: 28 फरवरी से शुरू होगा बाबा श्याम का भव्य लक्खी मेला, 12 दिनों तक गूंजेगा ‘जय श्री श्याम’ का उद्घोष; प्रशासन ने भक्तों की सुरक्षा और सुविधा के किए पुख्ता इंतजाम
