जनतंत्र , मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया :
हर साल 13 अगस्त विश्व अंगदान दिवस के रूप में मनाया जाता है। बता दे की अंगदान जीवनदान करने जैसा है, जिसकी माध्यम से कई लोगों की जान बचाई जा सकती है. विश्व अंगदान दिवस 2024 का नारा है “आज किसी की मुस्कान का कारण बनें!”। इस नारे का उद्देश्य लोगों के बीज अंग दान की महत्वपूर्ण आवश्यकता को लेकर जागरूकता फैलाना है। साथ ही, लोगों को अंग दाता बनने पर विचार करने के लिए प्रेरित करना है।
ऐसे में मध्यप्रदेश के सीएम डॉ मोहन यादव ने अंगदान के प्रयास में सहभागी बनने का संकल्प लेने ले लिए लोगो से अपील की है। सीएम ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर पोस्ट साझा कर लिखा – “विश्व अंगदान दिवस प्रेरित करता है कि मानवता के कल्याण के लिए अंगदान के प्रयासों में सहभागी बनने का संकल्प लें। नि:स्वार्थ भाव से दूसरों का जीवन बचाने के लिए अंगदान ईश्वर की सेवा और भक्ति है। इसके माध्यम से असंख्य जिंदगी में नई सुबह लाई जा सकती है, जिनके लिए अंगदान ही आशा की अंतिम किरण है।”
विश्व अंगदान दिवस का इतिहास काफी पुराना है। पहली बार 1954 में एक व्यक्ति का किडनी का सफल ट्रांसप्लांट किया गया था। इस दिवस की स्थापना दुनिया भर में लोगों के बीच अंग दान की बढ़ती आवश्यकता के प्रति जागरूक करने के लिए की गई थी। पहली बार रोनाल्ड ली हेरिक ने अपने जुड़वां भाई के लिए अपना अंग दान किया था। डॉ. जोसेफ मरे ने पहला सफल ऑर्गन ट्रांसप्लांट किया था।
भारत में, अंग दान को बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत NOTTO द्वारा 27 नवंबर, 2010 को राष्ट्रीय अंग दिवस मनाया गया। साल 2023 में 3 अगस्त को इसे भारत में स्थानांतरित कर दिया गया है। यह दिन 1994 में भारत के पहले सफल मृतक-दाता हृदय प्रत्यारोपण की याद में मनाया जाता है। वहीं, दुनिया भर में हर साल 13 अगस्त को विश्व अंगदान दिवस मनाया जाता है।