जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया :
झारखंड की राजधानी रांची में शुक्रवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के दौरान पुलिस जवानों पर पत्थरबाजी कर दी । जिसमे पुलिस के कई जवान घायल हो गए। वहीं, रांची में हुई इस घटना के बाद मध्यप्रदेश में सियासत गरमा गई है।
दरअसल, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने वीडी शर्मा और भाजपा पर हमला बोलते हुए एक्स पर रांची के SSP चंदन सिन्हा का एक वीडियो पोस्ट किया है और लिखा, ” माननीय डॉ बीडी शर्मा जी अब इन भाजपा के कार्यकर्ताओं को भी आप नेस्तनाबूद कर उनके घर पर JCB चलवायेंगे? ”
अपनी एक अन्य पोस्ट में दिग्विजय सिंह ने लिखा, ” छतरपुर में थाने पर पथराव का मैं समर्थन नहीं करता। लेकिन इसके आरोप में हाजी शहजा़द अली का मकान ज़मींदोज़ करना, उनकी गाड़ियों पर बुलडोज़र चलाना और उसे गुनाहों का मुखिया घोषित करना भी संदेह पैदा करता है।”
उन्होंने आगे लिखा, “संदेह यह भी है कि मप्र में भाजपा नेता जिस घटना को पत्थरबाज़ी से जोड़ रहे हैं, स्थानीय कलेक्टर उसे अवैध निर्माण का मामला बता रहे हैं। प्रशासन और राजनीतिक लोगों के बयानों में विरोधाभास है। दूसरी तरफ़ क़ानूनी सवाल भी हैं कि किसी व्यक्ति का घर बिना प्रक्रियाओं का पालन किए कैसे तोड़ा गया ? सबसे बड़े कोतवाल सांसद जी बनकर उभरे और तुरंत बयान दे दिया कि पत्थर फेंकनेवालों के साथ यही सलूक किया जाएगा और उन्हें नेस्तनाबूद कर देंगे।”
इसके बाद दिग्विजय सिंह ने कई बड़े सवाल करते हुए कहा की “क्या देश में न्यायालय की भूमिका ख़त्म हो गयी है? क्या स्थानीय पुलिस और सांसद ही क़ानूनी फ़ैसले लेने के लिए नियुक्त कर दिए गए हैं ? ”
दिग्विजय सिंह ने कहा की , “मैं बुलडोज़र संस्कृति के खिलाफ हूँ। आरोपी को दंड मिलना चाहिए लेकिन दंड देने का अधिकार अदालत को है किसी भी प्रशासकीय अधिकारी या MP MLA साहब को नहीं है। छतरपुर में शहज़ाद अली का मकान पुलिस पर पथराव करने के कारण तोड़ा गया या अतिक्रमण करने के कारण तोड़ा गया? यह बात प्रशासन को खुलासा करना चाहिए।”
बता दें, बीते दिनों मध्यप्रदेश के छतरपुर में भी इसी तरह की घटना हुई थी जहां भीड़ ने पुलिस जवानों पर पत्थरबाजी कर दी थी। जिसके बाद मुख्य आरोपी कांग्रेस के उपाध्यक्ष हाजी शहजाद अली का मकान जमींदोज कर दिया गया था।