जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
आजकल के बच्चे सादा बिस्कुट खाने से कतराते हैं और ज्यादातर क्रीम या फ्लेवर्ड बिस्कुट पसंद करते हैं। बाजार में चॉकलेट, स्ट्रॉबेरी, ऑरेंज और कई तरह के फ्लेवर वाले बिस्कुट आसानी से मिल जाते हैं। माता-पिता भी यह सोचकर बच्चों को ये बिस्कुट खिला देते हैं कि चलो बच्चा कुछ तो खा रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये दिखने और खाने में भले ही बच्चों को लुभा लें, लेकिन लंबे समय में उनकी सेहत के लिए बेहद हानिकारक साबित हो सकते हैं।
क्रीम वाले बिस्कुट क्यों हैं खतरनाक?
विशेषज्ञों के अनुसार, इन बिस्कुट में असली मलाई या दूध से बनी क्रीम नहीं होती। इसमें प्रोसेस्ड क्रीम का इस्तेमाल होता है, जिसे हाइड्रोजेनेटेड ऑयल, हाई शुगर, सिंथेटिक रंग और आर्टिफिशियल फ्लेवर मिलाकर तैयार किया जाता है। यही नहीं, इन बिस्कुट को इस तरह बनाया जाता है कि इन्हें खाने वाले बच्चे बार-बार इन्हें खाने की चाह रखें, यानी इनमें एडिक्शन जैसा असर पैदा हो सकता है।
डॉ. दुष्यंत कुमावत (सीनियर कंसल्टेंट पीडियाट्रिक्स, यथार्थ हॉस्पिटल, फरीदाबाद) बताते हैं:
“क्रीम वाले बिस्कुट में इस्तेमाल की गई क्रीम दूध या मक्खन से नहीं बल्कि प्रोसेस्ड फैट और सिंथेटिक फ्लेवर से बनी होती है। ऐसे बिस्कुट बच्चों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन सकते हैं।”
क्रीम वाले बिस्कुट खाने से हो सकती हैं ये बीमारियां
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वजन तेजी से बढ़ना – इनमें शुगर और फैट की मात्रा ज्यादा होती है, जिससे मोटापे का खतरा बढ़ जाता है।
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हाई ब्लड शुगर – ज्यादा मीठा खाने से डायबिटीज जैसी समस्याओं की शुरुआत हो सकती है।
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खराब कोलेस्ट्रॉल – प्रोसेस्ड ऑयल और ट्रांस फैट से बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है, जिससे दिल की बीमारियां हो सकती हैं।
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लत लगना – बच्चों को इनका स्वाद बार-बार खाने की इच्छा जगाता है, जिससे वे इन पर निर्भर हो जाते हैं।
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हाइपरएक्टिविटी और इंसुलिन रेजिस्टेंस – ज्यादा शुगर लेने से बच्चों में चिड़चिड़ापन, हाइपरएक्टिविटी और हार्मोनल असंतुलन जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
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एलर्जी का खतरा – इनमें मौजूद ग्लूटेन, सोया, नट्स और आर्टिफिशियल रंग कई बच्चों में एलर्जी ट्रिगर कर सकते हैं।
क्रीम वाले बिस्कुट में क्या-क्या मिला होता है?
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हाइड्रोजेनेटेड ऑयल – जो दिल और लिवर पर बोझ डालता है।
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सिंथेटिक रंग और फ्लेवर – जो स्वाद तो बढ़ाते हैं लेकिन शरीर के लिए हानिकारक होते हैं।
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हाई शुगर और कैलोरी – जो मोटापा और ब्लड शुगर की समस्या पैदा करते हैं।
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प्रोसेस्ड क्रीम – जिसमें दूध का नाम भर होता है लेकिन पोषण शून्य होता है।
क्रीम या फ्लेवर्ड बिस्कुट खाते समय बरतें ये सावधानियां
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ज्यादा फूले हुए पैकेट वाले बिस्कुट न खरीदें, ये खराब हो सकते हैं।
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अगर क्रीम में कोई अजीब गंध या स्वाद लगे, तो उन्हें तुरंत फेंक दें।
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हमेशा पैकेट के पीछे लिखे इंग्रेडिएंट्स और न्यूट्रिशन लेबल पढ़ें।
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अगर उसमें ट्रांस फैट या आर्टिफिशियल रंग की मात्रा ज्यादा है, तो ऐसे बिस्कुट बिल्कुल न लें।
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बच्चों को बिस्कुट देने की बजाय उन्हें फल, घर पर बने हेल्दी स्नैक्स या दूध से बनी डिशेज देने की आदत डालें।
क्रीम वाले बिस्कुट बच्चों की पसंद जरूर हो सकते हैं, लेकिन सेहत के लिए ये बिल्कुल भी अच्छे नहीं हैं। इनमें पोषण की बजाय केवल खाली कैलोरी, शुगर और फैट होता है, जो लंबे समय में कई गंभीर बीमारियों की वजह बन सकते हैं।
डिस्क्लेमर:
इस आर्टिकल में दी गई जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। किसी भी तरह का डाइट बदलाव या इलाज शुरू करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह लें।