जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है और इस बार इसकी तीव्रता ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। मंगलवार को ग्वालियर समेत प्रदेश के 16 जिलों में ओले गिरने का अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही भोपाल, इंदौर, उज्जैन और जबलपुर सहित 30 से ज्यादा जिलों में तेज आंधी और बारिश की चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग ने कई जिलों में हवा की रफ्तार 60 किमी प्रति घंटा तक पहुंचने की आशंका जताई है।
मौसम विभाग के अनुसार, इस बदलाव के पीछे चार बड़े सिस्टम सक्रिय हैं—पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance), दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन और एक ट्रफ लाइन। इनकी वजह से 9 अप्रैल तक प्रदेशभर में तेज आंधी, बारिश और ओलों का दौर जारी रहने की संभावना जताई गई है।
अभी अलर्ट में शामिल जिलों में ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा समेत कई क्षेत्र शामिल हैं, जहाँ ओले गिर सकते हैं। वहीं इंदौर, भोपाल, उज्जैन, देवास, खरगोन, गुना, विदिशा, रायसेन, कटनी, सतना, टीकमगढ़, छतरपुर जैसे जिलों में बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है।
वहीं, सोमवार की रात से ही राजधानी भोपाल सहित शाजापुर, नीमच, सीहोर, गुना, मंदसौर, रतलाम, रायसेन जैसे कई जिलों में तेज आंधी और ओलों ने कहर बरपाया। गुना में आंधी की रफ्तार इतनी तेज थी कि शादी समारोहों के टेंट उड़ गए और दूल्हे-दुल्हन को बारिश में बारात निकालनी पड़ी। भोपाल में धूलभरी आंधी और मूसलधार बारिश के कारण 200 से अधिक इलाकों में बिजली सप्लाई ठप हो गई। रेतघाट, न्यू मार्केट, करोंद, शाहजहानाबाद, चार इमली जैसे क्षेत्रों में घंटों अंधेरा छाया रहा और लोग परेशान रहे। इसके अलावा सोमवार की रात इंदौर में मई की 25 सालों में सबसे ठंडी रात रही। पारा 7.3 डिग्री गिरकर 17.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। वहीं रायसेन का तापमान 27.4 डिग्री दर्ज हुआ, जो सामान्य से 8.6 डिग्री कम था। उज्जैन, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर जैसे बड़े शहरों में भी तापमान में गिरावट दर्ज की गई।