जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश का मौसम इस समय अपने सबसे खतरनाक और भयावह रूप में है। एक ओर जहां आसमान से आफत बरस रही है, वहीं दूसरी ओर ज़मीन पर गर्मी की चिंगारियां इंसानी ज़िंदगियों को लीलने पर आमादा हैं। रविवार की रात, शिवपुरी जिले के ग्राम टोडा पिछोर में खेत में सो रही 55 वर्षीय महिला कुसुमा लोधी की जान उस समय चली गई, जब आकाशीय बिजली ने खेत को अपनी चपेट में ले लिया। इतना ही नहीं, इस भयावह बिजली गिरने की घटना में 11 भैंसों की भी मौके पर मौत हो गई।
वहीं, सोमवार को प्रदेश के 11 जिलों में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है, जिनमें रीवा, सतना, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, पन्ना, मैहर, कटनी, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर शामिल हैं। हालांकि, इसके बाद मौसम साफ हो जाएगा और गर्मी में तेजी से वृद्धि होगी। खासकर 16 और 17 अप्रैल को प्रदेश के कई हिस्सों में लू के प्रकोप का अलर्ट जारी किया गया है, जो लोगों को राहत की बजाय और भी अधिक परेशान कर सकता है।
मौसम वैज्ञानिक के अनुसार, रविवार को साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम के प्रभाव से प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बारिश का दौर चला, साथ ही ओले भी गिरे। यह बदलाव कुछ दिनों तक मौसम में ताजगी बनाए रखेगा, लेकिन इसके बाद तापमान में वृद्धि होने की पूरी संभावना है। उन्होंने यह भी कहा कि अगले 24 घंटों में तापमान में ज्यादा वृद्धि नहीं होगी, लेकिन सोमवार को कुछ जिलों में हल्की बारिश हो सकती है, जो लोगों के लिए राहत का कारण बनेगी।
अब बात करते हैं अगले सप्ताह की, तो 16 अप्रैल से प्रदेश में लू का असर महसूस होना शुरू हो जाएगा। खासकर ग्वालियर, चंबल और इंदौर संभाग के जिलों में लू का प्रकोप बढ़ेगा। मौसम विभाग के मुताबिक, 17 अप्रैल को भी लू का अलर्ट जारी किया गया है, जिससे लोगों को तापमान में अधिक बढ़ोतरी का सामना करना पड़ सकता है। इस समय प्रदेश में मौसम का यह उतार-चढ़ाव कुछ स्थानों पर आंधी, बारिश और तेज हवाओं के साथ मूसलधार बारिश का कारण बनेगा।
बता दें, रविवार की तेज आंधी और बारिश के बाद, प्रदेश के कई हिस्सों में पारा 40 डिग्री से ऊपर जा पहुंचा। नर्मदापुरम में 40.2 डिग्री, खंडवा-धार में 40.1 डिग्री और खरगोन में 40 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। शाजापुर और रतलाम जैसे शहरों में भी पारा 39 डिग्री के पार रहा। दूसरी ओर, राजधानी भोपाल में पारा 38.8 डिग्री, इंदौर में 38.6 डिग्री और ग्वालियर में 36 डिग्री रहा। विशेषज्ञों के अनुसार, अप्रैल के पहले सप्ताह में गर्म हवाओं के कारण प्रदेश के कई हिस्सों में तापमान 39 से 44 डिग्री के बीच रहेगा। हालांकि, दूसरे सप्ताह में कुछ राहत मिल सकती है, क्योंकि पूर्वी नम हवाओं के कारण तापमान थोड़ी कम हो सकती है। लेकिन तीसरे सप्ताह तक, जब उत्तर-पश्चिमी हवाएं जोर पकड़ेंगी, तब दिन में अधिकतम तापमान 42 से 44 डिग्री तक पहुंच सकता है, और इस दौरान 2 से 3 दिन तक लू चलने की संभावना है।
चौथे सप्ताह में फिर से तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे न सिर्फ दिन बल्कि रातें भी गर्म हो जाएंगी। इस दौरान ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग में पारा 43-45 डिग्री तक जा सकता है। जबकि इंदौर, उज्जैन और भोपाल में पारा 41-44 डिग्री के बीच रह सकता है। इसके साथ ही बंगाल क्षेत्र में साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम के असर से अप्रैल के अंत में लू का प्रभाव बढ़ सकता है।
इसी के साथ, अप्रैल का महीना मध्यप्रदेश के लिए मौसम के उतार-चढ़ाव का महीना साबित हो सकता है। जहां एक ओर बारिश और ओले किसानों के लिए चिंता का कारण बन सकते हैं, वहीं दूसरी ओर लू की चपेट में आने से जनजीवन भी प्रभावित हो सकता है।