कांग्रेस के आरोपों पर विजयवर्गीय का पलटवार: बोले– “SIR कोई नया काम नहीं, कांग्रेस बना रही है फर्जी नैरेटिव”, राहुल गांधी पर भी बोला सीधा हमला; कहा – “आपकी मां ने नागरिक न होते हुए डलवाया नाम”!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

मध्यप्रदेश के नगरीय विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) को लेकर कांग्रेस द्वारा फैलाए जा रहे भ्रम पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जानबूझकर मतदाताओं को गुमराह करने की कोशिश कर रही है, जबकि यह प्रक्रिया आज़ादी के बाद से ही चुनाव आयोग की नियमित कार्यवाही का हिस्सा है।

क्या है SIR प्रक्रिया?

विजयवर्गीय ने स्पष्ट किया कि SIR का उद्देश्य वोटर लिस्ट को अपडेट रखना है। इसके तहत—

  • जिन लोगों का निधन हो चुका है,

  • जिनका नाम सूची में दो बार है,

  • जो राज्य छोड़कर जा चुके हैं,

उनके नाम हटाए जाते हैं। वहीं, नए पात्र मतदाताओं को सूची में जोड़ा जाता है। मंत्री ने कहा कि इसमें किसी प्रकार की राजनीतिक मंशा नहीं है, लेकिन कांग्रेस इसे गलत तरीके से प्रस्तुत कर रही है।

राहुल गांधी पर सीधा हमला

वीडियो संदेश जारी करते हुए विजयवर्गीय ने राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी पर करारा प्रहार किया। उन्होंने कहा—

“राहुल जी, आपकी मां जब इस देश की नागरिक नहीं थीं, तब उनका नाम वोटर लिस्ट में कैसे जुड़ा? क्या वह वोट चोरी नहीं थी? आप पर आरोप है कि आपने घुसपैठियों को मतदाता सूची में घुसाया और उनसे मतदान कराया। यह लोकतंत्र और देश के साथ गद्दारी है।”

उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस वोट चोरी का आरोप भाजपा पर लगाती है, जबकि असल में कांग्रेस खुद मतदाता सूची में हेरफेर करके चुनावों को प्रभावित करने का प्रयास करती रही है।

सुप्रीम कोर्ट का हवाला

मंत्री विजयवर्गीय ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने भी साफ कर दिया है कि मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण एक सतत प्रक्रिया है। इसे रोका नहीं जा सकता। बिहार का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि वहां 65 लाख नाम हटाए गए हैं। कोर्ट ने केवल इतना कहा है कि जिन नामों को हटाया गया है, उनके कारण बताए जाएं, लेकिन पूरी प्रक्रिया को रोकना संभव नहीं है।

विजयवर्गीय ने चुनौती देते हुए कहा—

“जब सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रक्रिया को वैध करार दे दिया है, तब कांग्रेस किसका प्रमाणपत्र चाहती है? पिछले चुनाव में आप संविधान का नैरेटिव गढ़ रहे थे, लेकिन इस बार जनता आपके असली चेहरे को पहचान चुकी है।”

14 अगस्त को दिया था बड़ा बयान

गौरतलब है कि हाल ही में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने 14 अगस्त को इंदौर में एक विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि “एक दिन ऐसा आएगा जब इस्लामाबाद पर तिरंगा फहराया जाएगा और अखंड भारत का सपना पूरा होगा।”
उन्होंने 1947 की आज़ादी को “कटी-फटी आज़ादी” करार देते हुए कहा कि गलत नीतियों के कारण भारत माता के दो टुकड़े हुए और देश को अधूरी स्वतंत्रता मिली।

कांग्रेस ने जहां SIR को लेकर भाजपा पर मतदाता सूची में गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं, वहीं भाजपा का कहना है कि यह केवल मतदाताओं की सही जानकारी सुनिश्चित करने की कानूनी और नियमित प्रक्रिया है। विजयवर्गीय के बयान ने स्पष्ट कर दिया है कि आगामी चुनाव से पहले मतदाता सूची एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनने जा रहा है।

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