जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
भारत की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को दुनियाभर में पहचान दिलाने वाला एक और गौरवशाली दिन मंगलवार को तब बना, जब अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेम्स डेविड वेंस (JD Vance) अपने परिवार के साथ राजस्थान की राजधानी जयपुर पहुंचे। उनके स्वागत में न सिर्फ परंपराओं की झलक दिखी, बल्कि राजस्थानी मेहमाननवाज़ी ने अमेरिका के सेकेंड फैमिली को भारत की आत्मा से जोड़ दिया।
सुबह का वक्त था, जब वेंस जयपुर शहर से करीब 10 किलोमीटर दूर अरावली की पहाड़ियों पर स्थित आमेर फोर्ट पहुंचे। उनकी एंट्री किसी शाही मेहमान जैसी थी। जैसे ही उनका काफिला आमेर फोर्ट के जलेब चौक तक पहुंचा, वहाँ खड़े दो सजाए गए हाथी—चंदा और पुष्पा—ने उनका स्वागत किया। पारंपरिक लोक कलाकारों ने कच्छी घोड़ी, घूमर और कालबेलिया नृत्य से फिजाओं में रंग भर दिया। यह दृश्य न केवल आत्मीयता से भरा था, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विविधता और गरिमामय विरासत का जीवंत प्रदर्शन था।
फोर्ट के भीतर कदम रखते ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने वेंस और उनके परिवार का गर्मजोशी से स्वागत किया। अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने हाथ में अपनी बेटी को गोद में लिए हुए आमेर फोर्ट की खूबसूरती को निहारा। उन्होंने दीवान-ए-आम, गणेश पोल, शीश महल और मान सिंह महल को गहराई से देखा और भारत की वास्तुकला से प्रभावित नजर आए।
करीब डेढ़ घंटे के इस राजसी दौरे के बाद वेंस सपरिवार जयपुर के मशहूर रामबाग पैलेस लौटे। सुबह उन्होंने नंगे पांव गार्डन में वॉक की, और परिवार के साथ ब्रेकफास्ट कर शाही मेहमानवाजी का लुत्फ उठाया। वहीं जब वेंस का काफिला आमेर से लौट रहा था, तो वह हवा महल के सामने से गुजरा—जो जयपुर की पहचान और विरासत का प्रतीक है।
जानकारी के लिए बता दें, वेंस चार दिन के भारत दौरे पर हैं। सोमवार को वे दिल्ली पहुंचे थे। वे सुबह अक्षरधाम मंदिर गए, शाम को पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इसके बाद वे कल रात ही जयपुर पहुंच गए थे।