अक्षय तृतीया पर मध्यप्रदेश में वैवाहिक पर्व की अनूठी मिसाल: हजारों जोड़े बंधे वैवाहिक बंधन में, सीएम मोहन यादव और पं. प्रदीप मिश्रा ने दिया आशीर्वाद

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर बुधवार को मध्यप्रदेश में सामाजिक समरसता और संस्कारों का अद्भुत संगम देखने को मिला। प्रदेश के विभिन्न जिलों में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलनों में हजारों वर-वधु विवाह बंधन में बंधे। यह आयोजन न सिर्फ समाज में एकजुटता का संदेश दे गए, बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए एक बड़ा संबल भी साबित हुए।

सबसे भव्य आयोजन शाजापुर जिले के कालापीपल में हुआ, जहां 1247 जोड़ों ने एक साथ सात फेरे लेकर अपने नए जीवन की शुरुआत की। इस ऐतिहासिक समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव स्वयं मौजूद रहे, और उनके साथ देश के ख्यातिप्राप्त भागवताचार्य पंडित प्रदीप मिश्रा ने भी नवविवाहितों को आशीर्वाद प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर नवदम्पतियों को उज्जवल और सुखद दाम्पत्य जीवन की शुभकामनाएं देते हुए कहा, “सामूहिक विवाह केवल एक सामाजिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि समाज में समरसता और सहयोग की मिसाल हैं। हमारी सरकार ऐसे प्रत्येक जोड़े को 55,000 रुपये की सहायता राशि प्रदान कर रही है, ताकि वे अपने नए जीवन की बेहतर शुरुआत कर सकें।”

इससे पहले मुख्यमंत्री उज्जैन जिले के दाऊदखेड़ी में भी एक सामूहिक विवाह समारोह में सम्मिलित हुए, जहां 70 जोड़ों ने विवाह किया। मुख्यमंत्री ने कहा, “बाबा महाकाल की नगरी से मैं यही प्रार्थना करता हूं कि सभी नवविवाहितों का जीवन सुख, समृद्धि और आनंद से परिपूर्ण रहे।” इस अवसर पर उज्जैन उत्तर विधायक अनिल जैन कालुहेड़ा सहित कई जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

सीएम यादव अखिल भारतीय ब्रह्मभट्ट क्षत्रिय समाज द्वारा उज्जैन में आयोजित एक अन्य सामूहिक विवाह कार्यक्रम में भी सम्मिलित हुए। इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, “अक्षय तृतीया को सभी मुहूर्तों में श्रेष्ठ माना गया है, इसलिए आज प्रदेशभर में सामूहिक विवाह के अनगिनत आयोजन हो रहे हैं। यह परंपरा न केवल फिजूलखर्ची रोकती है, बल्कि सामाजिक सौहार्द्र को भी प्रोत्साहित करती है।”

सीएम ने उज्जैन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भी अन्य जिलों में चल रहे समारोहों से जुड़कर नवदंपतियों को शुभकामनाएं दीं। साथ ही उन्होंने यह भी घोषणा की कि जानापाव सहित भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े पौराणिक स्थलों को तीर्थस्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने याद दिलाया कि “जानापाव वही स्थान है जहां भगवान परशुराम ने श्रीकृष्ण को सुदर्शन चक्र भेंट किया था।”

इसी कड़ी में मुख्यमंत्री आज धार जिले के उमरबन में आयोजित मुख्यमंत्री कन्यादान सामूहिक विवाह समारोह में भी भाग लेंगे। साथ ही 2140.26 करोड़ रुपये की लागत से विभिन्न विकास परियोजनाओं का भूमि-पूजन और लोकार्पण भी करेंगे। इन परियोजनाओं में अधोसंरचना, शिक्षा, स्वास्थ्य, और पेयजल जैसी बुनियादी सेवाओं का समावेश होगा। इस कार्यक्रम में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सवित्री ठाकुर, नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और सामाजिक न्याय मंत्री नारायण सिंह कुशवाह भी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।

वहीं, प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हुए सामूहिक विवाह कार्यक्रमों की बात करें तो छिंदवाड़ा में 928, ग्वालियर में चार अलग-अलग स्थानों पर 172, धार में जिला स्तरीय समारोह में 2100, भोपाल में 151, और उज्जैन के दाऊदखेड़ी में 70 जोड़ों ने विवाह किया। ग्वालियर की भीषण गर्मी (40 डिग्री) में दूल्हों ने छाता लगाकर बारात निकाली, वहीं धार में व्हीलचेयर पर बैठे दिव्यांग जोड़ों ने इस आयोजन को और भी भावुक और प्रेरणादायक बना दिया।

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