जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
पन्ना टाइगर रिजर्व (पीटीआर) से शुक्रवार सुबह एक अद्भुत और रोमांचकारी दृश्य सामने आया, जब बाघिन पी-141 अपने दो शावकों के साथ पर्यटकों को नजर आई। यह दृश्य न केवल दुर्लभ था, बल्कि पर्यावरण प्रेमियों और वन्यजीवों के संरक्षण में जुटे लोगों के लिए एक सुखद संकेत भी है। सफारी पर निकले पर्यटकों ने इस क्षण को अपने कैमरों में कैद किया और सोशल मीडिया पर साझा किया, जो अब तेजी से वायरल हो रहा है।
पन्ना टाइगर रिजर्व की यह बाघिन लंबे समय से पर्यटकों के बीच आकर्षण का केंद्र बनी हुई है, लेकिन इस बार दो नन्हे शावकों के साथ उसका दिखाई देना पीटीआर के वन्य जीवन के उज्ज्वल भविष्य की ओर इशारा करता है। इससे यह भी साबित होता है कि रिजर्व में बाघों का प्रजनन सुरक्षित वातावरण में हो रहा है और संख्या में लगातार इज़ाफा हो रहा है। वर्तमान में पन्ना टाइगर रिजर्व में 90 से अधिक बाघ मौजूद हैं, और यह संख्या निरंतर बढ़ रही है।
बाघिन पी-141 के साथ-साथ पी-151 भी एक प्रसिद्ध बाघिन है, जो अक्सर अपने शावकों के साथ खुले जंगल में पर्यटकों को दिखाई देती है। इन दोनों बाघिनों की मौजूदगी पर्यटकों को रोमांचित कर देती है और पन्ना टाइगर रिजर्व को टाइगर टूरिज्म का प्रमुख केंद्र बना रही है।
बता दें, हर दिन यहां देश और विदेश से लगभग 200 पर्यटक आते हैं, जो जिप्सी सफारी के माध्यम से जंगल की गोद में प्राकृतिक सौंदर्य और वन्यजीवों का अद्वितीय संगम देखने आते हैं। शुक्रवार की सुबह का यह नजारा न केवल यादगार रहा, बल्कि यह भी दर्शाता है कि पन्ना टाइगर रिजर्व वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक प्रेरणादायक उदाहरण बन चुका है।