जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में इन दिनों मौसम अचानक करवट ले चुका है। तीन साइक्लोनिक सर्कुलेशन और दो ट्रफ लाइन सिस्टम की सक्रियता के चलते शनिवार को ग्वालियर, मंडला समेत प्रदेश के कई जिलों में बारिश हुई और तापमान में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग (IMD) ने रविवार को भी प्रदेशभर में आंधी, बारिश और गरज-चमक का अलर्ट जारी किया है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि वर्तमान में एक के बाद एक सिस्टम एक्टिव हैं, जिनकी वजह से प्रदेश में आंधी-बारिश का दौर बना हुआ है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति 14 मई तक रह सकती है, जिसके बाद गर्मी अपना असली रूप दिखा सकती है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, रीवा, शहडोल, ग्वालियर, चंबल, जबलपुर और सागर संभाग के जिलों में अगले 24 घंटों तक गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना बनी हुई है। हवा की गति 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
वहीं, शनिवार को प्रदेश के कई जिलों में अलग-अलग समय पर बारिश देखने को मिली। ग्वालियर में शाम को हल्की बारिश हुई तो मंडला में दोपहर करीब 3 बजे मूसलाधार बारिश ने उमस और गर्मी से राहत दिलाई। भोपाल में दिनभर बादल छाए रहे जबकि इंदौर और उज्जैन जैसे बड़े शहरों में भी मौसम सुहाना बना रहा। हालांकि राहत के इन कुछ घंटों के बाद दोबारा तापमान बढ़ने लगा और अधिकतम पारा फिर से 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया।
खजुराहो और दमोह शनिवार को प्रदेश के सबसे गर्म जिले रहे। ग्वालियर में अधिकतम तापमान 39.1 डिग्री, भोपाल में 37.2 डिग्री, इंदौर में 35.5 डिग्री, उज्जैन में 36.5 डिग्री और जबलपुर में 37.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, रीवा, सागर, सतना, उमरिया, सीधी, खंडवा और मंडला में भी पारा 39 डिग्री से ऊपर रहा। प्रदेश का इकलौता हिल स्टेशन पचमढ़ी अपेक्षाकृत ठंडा रहा, जहां अधिकतम तापमान 30.2 डिग्री रहा। रायसेन में यह 34 डिग्री दर्ज किया गया।