जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में इस बार नौतपा की शुरुआत वैसी नहीं रही जैसी हर साल देखने को मिलती है। जहां आमतौर पर नौतपा के दिनों में भीषण गर्मी और झुलसाने वाली लू चलती है, वहीं 2025 के नौतपा में तेज आंधी, बारिश और बादलों का डेरा देखने को मिल रहा है। लगातार दूसरे दिन इंदौर, उज्जैन, रतलाम, ग्वालियर और आगर-मालवा सहित कई जिलों में तेज हवाएं और बारिश का सिलसिला जारी रहा। वहीं रात के समय 20 से अधिक जिलों में मौसम ने करवट ली, जिससे लोगों को तपती गर्मी से तो राहत मिली, लेकिन फसलों और जनजीवन पर इसका प्रभाव पड़ता दिखा।
अगर पिछले साल 2024 की नौतपा से तुलना करें तो इस बार स्थिति बिल्कुल अलग है। पिछले साल 26 मई को प्रदेश के 38 शहरों में तापमान 40 डिग्री से ऊपर था, और कुछ जगहों पर यह 46.8 डिग्री तक पहुंच गया था। राजगढ़, शाजापुर, पृथ्वीपुर, गुना, सागर, खजुराहो, भोपाल, ग्वालियर और टीकमगढ़ जैसे शहरों में लू का प्रकोप चरम पर था। लेकिन इस साल नौतपा के दूसरे दिन सिर्फ चार शहर – नौगांव (41.6°C), खजुराहो (41.4°C), टीकमगढ़ (41°C) और दमोह (40.2°C) में ही पारा 40 पार गया है। बाकी जगहों पर तापमान औसत से काफी नीचे रहा है।
इस मौसम बदलाव के पीछे का वैज्ञानिक कारण भी सामने आया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक के अनुसार, इस समय मध्यप्रदेश के ऊपर एक लो प्रेशर एरिया और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय है। यह सिस्टम नमी को आकर्षित कर तेज आंधी और बारिश का कारण बन रहा है। आने वाले चार दिन तक इसी तरह का मौसम बना रहेगा, और लोगों को गर्मी से राहत तो मिलेगी लेकिन अचानक आंधी-बारिश से सतर्क रहना जरूरी है।
बता दें, मौसम विभाग ने मंगलवार को भी 30 से ज्यादा जिलों में तेज आंधी और बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में हवा की गति 30 से 50 किमी प्रति घंटा तक पहुंचने की संभावना है। जिन इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है उनमें इंदौर, उज्जैन, नीमच, मंदसौर, आगर-मालवा, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, बैतूल, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर, उमरिया, शहडोल, मैहर, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली शामिल हैं। बाकी जिलों में मौसम शुष्क रहेगा।