जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
लिवर — हमारे शरीर की वो फैक्ट्री, जो खून को साफ करती है, पाचन में मदद करती है, और शरीर में ज़रूरी रसायनों को नियंत्रित करती है। लेकिन क्या आपको पता है कि आपकी रोज़मर्रा की थाली, आपकी लिवर को चुपचाप नुकसान पहुँचा रही है? जी हां, स्वाद के चक्कर में हम जो कुछ भी खा रहे हैं, वो धीरे-धीरे हमारे लिवर को बीमार बना सकता है।
शराब से लिवर में ‘आग’
सबसे बड़ा दुश्मन — शराब। हर बार जब आप शराब का एक घूंट लेते हैं, आपका लिवर उसे डिटॉक्स करने में जुट जाता है। लेकिन बार-बार की शराबखोरी लिवर को थका देती है। शुरुआत होती है फैटी लिवर से, फिर आता है हेपेटाइटिस, और गंभीर मामलों में बात पहुंच जाती है सिरोसिस या लिवर फेलियर तक। भारत में लिवर फेल होने के केसों में शराब एक प्रमुख कारण है।
मैदा, तले खाने और पैकेज्ड फूड्स का कहर
बर्गर, समोसे, पकोड़े, फ्रेंच फ्राइज़ – जो चीज़ें जीभ को सबसे ज़्यादा लुभाती हैं, वही लिवर को सबसे ज़्यादा नुकसान पहुंचाती हैं। डीप फ्राई खाना ट्रांस फैट से भरपूर होता है। ये फैट लिवर में जाकर जमा हो जाता है, जिससे होता है नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD)। इसका इलाज समय पर न किया जाए, तो आगे चलकर ये भी गंभीर रूप ले सकता है।
मीठा यानी मीठा ज़हर?
आपका लिवर मीठे से उतना ही डरता है, जितना कोई मधुमेह का मरीज़। कोल्ड ड्रिंक्स, केक, कुकीज़, मिठाइयाँ, पैकेज्ड जूस — ये सभी फ्रुक्टोज से लबालब भरे होते हैं। फ्रुक्टोज को तोड़ने का काम लिवर करता है, और जब मात्रा ज़्यादा हो जाती है, तो लिवर में फैट बनना शुरू हो जाता है। यही फैट एक दिन लिवर को बंद करने की कगार पर ला सकता है।
नॉनवेज, खासतौर पर रेड मीट से सावधान!
मटन, बीफ, सॉसेज जैसे रेड मीट में सैचुरेटेड फैट्स की भरमार होती है। इन्हें पचाने में लिवर को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। लगातार सेवन से लिवर में सूजन, फैटी लिवर और इंफ्लेमेशन की समस्या पैदा हो सकती है। खासतौर पर वो लोग जो एक्सरसाइज़ नहीं करते, उन्हें यह खतरा ज़्यादा होता है।
नमक, सप्लीमेंट्स और जंक फूड्स
ज्यादा नमक ब्लड प्रेशर के साथ-साथ लिवर को भी नुकसान पहुंचाता है। पैकेज्ड फूड, नूडल्स, पिज्जा जैसे फास्ट फूड में ट्रांस फैट्स और प्रिज़र्वेटिव्स होते हैं जो लिवर के लिए ज़हर समान हैं। इतना ही नहीं, कई लोग बिना डॉक्टर की सलाह के प्रोटीन या विटामिन सप्लीमेंट्स लेते हैं, जो लिवर पर भारी दबाव डालते हैं।
कैसे बचाएं लिवर को?
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रोजाना कम से कम 30 मिनट की एक्सरसाइज़ करें
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शराब और जंक फूड से दूरी बनाएं
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चीनी और मैदे का सेवन सीमित करें
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भरपूर मात्रा में पानी पिएं और फाइबर युक्त भोजन लें
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साल में कम से कम एक बार लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT) ज़रूर करवाएं
लिवर एक बार अगर खराब हो गया, तो उसे पूरी तरह ठीक करना आसान नहीं होता। शुरुआत में यह चुपचाप सहता है, लेकिन जब दर्द या थकान जैसे लक्षण दिखने लगते हैं, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। इसलिए समय रहते सतर्क हो जाइए। आपकी थाली में ही आपकी सेहत की चाबी है।
डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट केवल जागरूकता के उद्देश्य से तैयार की गई है। इसमें दी गई जानकारियां मेडिकल स्टडीज़, रिसर्च और हेल्थ एक्सपर्ट्स की सामान्य सलाह पर आधारित हैं। किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्या के लिए अपने डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।