जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
रतलाम जिले के जावरा शहर में शुक्रवार शाम को एक ऐसा मामला सामने आया जिसने शहर का माहौल तनावपूर्ण बना दिया। हिंदू जागरण मंच के नगर संयोजक सूरज महावर पर हमला करने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप मुस्लिम युवक आसिम कुरैशी पर लगा है। घटना शुक्रवार शाम करीब 5:45 बजे की है, जब जावरा के मुगलपुरा क्षेत्र स्थित एक नमकीन दुकान पर सूरज महावर तिलक लगाए हुए कार्यरत थे। तभी आरोपी आसिम कुरैशी वहां पहुंचा और कथित तौर पर सूरज को तिलक को लेकर टोका—”यह मुस्लिम मोहल्ला है, तिलक लगाकर मत आना। घर में पिस्टल है, गोली मार दूंगा।”
घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें आरोपी द्वारा सूरज को चांटा मारने और धक्का देने की पुष्टि होती दिख रही है। वीडियो में दो महिलाएं भी मौजूद दिख रही हैं, जो घटनाक्रम की प्रत्यक्षदर्शी मानी जा रही हैं।
जैसे ही यह मामला हिंदू संगठनों के संज्ञान में आया, जावरा सिटी थाना का घेराव कर लिया गया। आक्रोशित भीड़ ने ओवरब्रिज पर जाम लगा दिया और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। हालात तनावपूर्ण होते देख पुलिस प्रशासन ने 6 थानों की फोर्स मौके पर तैनात कर दी। जावरा एसडीओपी संदीप मालवीय और सीएसपी दुर्गेश आर्मों ने मोर्चा संभालते हुए भीड़ को शांत करने की कोशिश की।
पुलिस ने आरोपी आसिम कुरैशी पिता सलीम कुरैशी, उसकी मां, बहन और पिता के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी का आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है। सीएसपी दुर्गेश आर्मों ने बताया कि आसिम 8 दिन पहले ही हत्या के मामले में जेल से जमानत पर रिहा हुआ था। जेल से रिहा होते समय आतिशबाजी और स्वागत का एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जो अब जांच के दायरे में है।
घटना के विरोध में सर्व हिंदू समाज ने आज शनिवार सुबह 11 बजे घंटाघर चौराहे पर तिलक लगाकर विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है। समाज की मांग है कि आरोपी के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई हो और उसका मकान भी ढहाया जाए। प्रदर्शनकारी सीएसपी कार्यालय तक रैली निकालकर प्रशासन को अल्टीमेटम भी देंगे।
इस पूरे प्रकरण ने जावरा में सांप्रदायिक तनाव की स्थिति को जन्म दे दिया है। हालांकि पुलिस प्रशासन का दावा है कि हालात नियंत्रण में हैं, लेकिन जिस प्रकार से आरोपी का पुराना आपराधिक इतिहास, जेल से रिहाई और फिर खुलेआम धमकी देने का मामला सामने आया है, उसने लोगों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।