जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
गर्मियों में जहां एक ओर शरीर को लू और डिहाइड्रेशन से बचाना चुनौती बन जाता है, वहीं आंखें भी इस मौसम में खास केयर मांगती हैं। तेज धूप, चुभती गर्म हवाएं और पसीना न केवल त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं बल्कि आंखों के लिए भी कई तरह की परेशानियां लेकर आते हैं। इन दिनों आंखों में जलन, खुजली, लालिमा और सूजन की शिकायत आम हो चली है। लेकिन विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर समय रहते इन लक्षणों को गंभीरता से न लिया जाए तो यह बड़ी आंखों की बीमारियों का संकेत बन सकते हैं।
मुंबई स्थित कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल की नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. श्रुति लांजेवार वासनिक के अनुसार, गर्मियों में आंखों से जुड़ी समस्याओं की सबसे बड़ी वजह तेज धूप के सीधे संपर्क में आना है। धूप के साथ चलने वाली गर्म हवाएं और हवा में मौजूद धूल, परागकण और प्रदूषण आंखों की सतह यानी कॉर्निया को प्रभावित करते हैं। इसके अलावा लगातार मोबाइल या कंप्यूटर स्क्रीन देखने की आदत और शरीर में पानी की कमी भी आंखों की जलन को बढ़ाती है।
इस मौसम में आंखों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए घरेलू उपायों का सहारा भी लिया जा सकता है। ठंडी पट्टियों का इस्तेमाल करने से आंखों की सूजन और जलन में राहत मिलती है। रुई या साफ कपड़े को ठंडे पानी में भिगोकर कुछ मिनटों के लिए आंखों पर रखने से आंखों की नसों को ठंडक मिलती है। वहीं, फ्रिज में रखे ठंडे खीरे के स्लाइस भी आंखों पर लगाने से आराम मिलता है। खीरे में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और हाइड्रेटिंग गुण आंखों की थकावट को दूर करते हैं।
ऑर्गेनिक गुलाब जल का उपयोग भी इस समस्या में फायदेमंद है। गुलाब जल की कुछ बूंदें आंखों में डालने या उसे कॉटन पैड पर लगाकर पलकों पर रखने से खुजली और जलन कम होती है। एलोवेरा जेल भी आंखों के आसपास लगाने से ठंडक और हाइड्रेशन मिलता है, लेकिन ध्यान रखें कि आंखों के अंदर एलोवेरा न जाए। इसके अलावा दिन में दो से तीन बार ठंडे पानी से आंखें धोने से गंदगी बाहर निकल जाती है और आंखों में ताजगी बनी रहती है।
पसीना अक्सर आंखों में चला जाता है और चुभन का कारण बनता है। पसीने में मौजूद नमक और क्लोराइड जैसे तत्व आंखों की सतह को थोड़ी देर के लिए परेशान कर सकते हैं, हालांकि यह आमतौर पर खतरनाक नहीं होता। लेकिन अगर आंखों में जलन के साथ-साथ पानी आना, चिपचिपा डिस्चार्ज या पलकों का चिपकना दिखे, तो यह संक्रमण का लक्षण हो सकता है और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
हीटवेव के दौरान आंखों में ड्राईनेस और संक्रमण का खतरा अधिक होता है। सूरज की अल्ट्रावायलेट किरणें आंखों की बाहरी सतह को नुकसान पहुंचा सकती हैं, जिससे सूखापन और सूजन बढ़ जाती है। इसीलिए गर्मी में धूप से बचने के लिए सनग्लासेस पहनना और बाहर निकलते समय छाया का इस्तेमाल करना जरूरी हो जाता है।
आंखों की सेहत के लिए खानपान भी अहम भूमिका निभाता है। गर्मी में शरीर को हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी है, इसलिए दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए। साथ ही, ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त आहार जैसे अखरोट, अलसी और चिया सीड्स आंखों को सूखने से बचाते हैं। विटामिन A और C से भरपूर फल-सब्जियां जैसे गाजर, अमरूद, संतरा, शकरकंद और पालक आंखों की सुरक्षा में सहायक होते हैं।
महिलाओं को इस मौसम में आंखों की एक्स्ट्रा केयर की जरूरत होती है, खासकर तब जब वे मेकअप का इस्तेमाल करती हैं। गर्मी में काजल, आईलाइनर और मस्कारा जैसे उत्पाद पसीने और गर्मी की वजह से आंखों को अधिक प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए मेकअप हटाने से पहले आंखों को अच्छे से साफ करना और हल्के, हाइड्रेटिंग प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना जरूरी होता है।
अगर जलन की समस्या बार-बार होती है, तो बिना डॉक्टर की सलाह के आई ड्रॉप्स का उपयोग करना खतरनाक हो सकता है। हालांकि हल्की जलन के लिए ओवर-द-काउंटर आई ड्रॉप्स कुछ हद तक राहत दे सकती हैं, लेकिन लक्षण बढ़ने पर तुरंत नेत्र चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।
गर्मी के इस मौसम में आंखों की सेहत को नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है। इसलिए अपनी आंखों को धूप, धूल, और प्रदूषण से बचाएं, घर पर प्राकृतिक उपायों से राहत पाएं और जरूरत पड़ने पर विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। क्योंकि आंखें सिर्फ देखने का जरिया ही नहीं, बल्कि शरीर का सबसे संवेदनशील हिस्सा भी हैं, जिसकी सुरक्षा में लापरवाही नहीं की जा सकती।