जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
अप्रैल की शुरुआत के साथ ही सूरज जैसे आग बरसाने पर उतर आया है। प्रदेश की ज़मीन तपने लगी है, हवा में उबाल है और आसमान से जैसे अंगारों की बारिश हो रही हो। गुना, रतलाम और नर्मदापुरम जैसे जिलों में तो हालात इतने विकराल हो चुके हैं कि पारा 43 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया — और वह भी अप्रैल के पहले ही हफ्ते में!
लू की लपटें ऐसी, जैसे आसमान ने साँसें गरमा दी हों। दोपहर की धूप अब लोगों के लिए सिर्फ असहज नहीं, बल्कि जानलेवा साबित हो रही है। लोग सड़कों से गायब हैं, छांव की तलाश में भागते नज़र आ रहे हैं।
इस भयावह स्थिति को देखते हुए भारतीय मौसम विभाग (IMD), भोपाल ने चेतावनी की घंटी बजा दी है — प्रदेश के 30 जिलों में लू का हाई अलर्ट जारी किया गया है।
धार, अशोकनगर, गुना, मंदसौर, रतलाम और नीमच जैसे ज़िलों में हीट वेव का ‘ऑरेंज अलर्ट’ लगाया गया है — यानी खतरे की आहट साफ है। वहीं ग्वालियर, मुरैना, भिंड, टीकमगढ़, सतना, सागर, दमोह, रायसेन, विदिशा, उज्जैन और आगर-मालवा में ‘यलो अलर्ट’ है — यानी ये इलाके भी सुरक्षित नहीं हैं।
हालांकि राहत की बात यह है कि 11 अप्रैल से प्रदेश में मौसम के बदले मिजाज के संकेत मिल रहे हैं। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार, पश्चिमी राजस्थान से लेकर पश्चिमी विदर्भ तक एक टर्फ लाइन एक्टिव है और पश्चिमी विक्षोभ व चक्रवाती परिसंचरण (cyclonic circulation) भी असर दिखा रहे हैं। इसका परिणाम यह होगा कि 11 और 12 अप्रैल को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बादल छाएंगे और कुछ स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना भी बन रही है। इस बदलाव का असर इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन समेत लगभग 30 जिलों में दिख सकता है।
मंगलवार को मध्यप्रदेश में मौसम के दो चेहरे देखने को मिले। एक ओर जहां रतलाम, गुना, नर्मदापुरम जैसे शहरों में तापमान 43 डिग्री के पार रहा, वहीं दूसरी ओर छिंदवाड़ा, बैतूल और पांढुर्णा में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश देखने को मिली। भोपाल में तापमान 41.2 डिग्री, इंदौर में 41.1 डिग्री, जबलपुर में 41.4 डिग्री और उज्जैन में 42.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
लेकिन इस राहत की उम्मीद जितनी मीठी है, उतनी ही चुनौतीपूर्ण है आने वाला समय। मौसम विभाग ने पूरे अप्रैल महीने को “असामान्य” और “सावधानी भरा” बताया है।
- पहला सप्ताह: तापमान सामान्य से 2-3 डिग्री ज्यादा रहा, रातें भी गर्म रहीं।
- दूसरा सप्ताह: पूर्वी नम हवाएं थोड़ी राहत लाएंगी, लेकिन इंदौर, ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा में फिर पारा 43 डिग्री तक जाएगा।
- तीसरा सप्ताह: उत्तर-पश्चिमी हवाएं पूरे प्रदेश को चपेट में लेंगी। तापमान 42 से 44 डिग्री, और 2-3 दिन लू की चेतावनी।
- चौथा सप्ताह: तबाही का चरम! दिन में 43 से 45 डिग्री, रातें भी 27-30 डिग्री पर बेचैन कर देने वाली गर्म।
बता दें, बंगाल की खाड़ी से उठते साइक्लोनिक सिस्टम के कारण अप्रैल के अंत में लू का कहर चरम पर रहेगा। और यही नहीं — अप्रैल-मई में 30 से 35 दिन तक तेज गर्म हवाएं चलेंगी। मई के अंत तक 20 दिन तक लू की संभावना, यानी हर दिन एक इम्तिहान की तरह रहेगा!