12 घंटे में सिंधिया ने निभाया वादा: बाढ़ में गांववालों की जान बचाने में टूटा था गिर्राज का ट्रैक्टर, सिंधिया ने खुद चलाकर पहुंचाया नया ट्रैक्टर; कहा – ‘यह मेरा बेटा भी है’!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

शिवपुरी जिले की कोलारस विधानसभा के लिलवारा गांव में बाढ़ के दौरान ग्रामीणों की जान बचाने वाले साहसी युवक गिर्राज प्रजापति को केंद्रीय मंत्री और गुना सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को नया ट्रैक्टर भेंट किया। यह वही ट्रैक्टर था जिसे गिर्राज ने 29 जुलाई की रात सिंध नदी में आई भीषण बाढ़ के दौरान लगातार चलाकर गांववालों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया था। मदद के दौरान उसका ट्रैक्टर पूरी तरह खराब हो गया था, जिससे परिवार गहरे संकट में था।

लिलवारा गांव बीते महीने सिंध नदी की बाढ़ से चारों ओर पानी से घिर गया था। उस समय गांव के ही गिर्राज प्रजापति ने अदम्य साहस दिखाते हुए अपनी जान जोखिम में डालकर रातभर ट्रैक्टर–ट्रॉली से ग्रामीणों को सुरक्षित जगह पहुंचाया। उसकी इस निस्वार्थ सेवा से गांव की सैकड़ों जानें बचीं, लेकिन लगातार पानी में फंसे रहने से उसका ट्रैक्टर खराब हो गया।

मां ने मंच से लगाई गुहार

गुरुवार की रात जब सिंधिया लिलवारा पहुंचे और मुआवजा वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए, तब गिर्राज की मां कृष्णा प्रजापति मंच पर आईं और मदद की अपील की। उन्होंने बताया कि बेटे ने गांव बचाने के लिए सबकुछ दांव पर लगाया, लेकिन ट्रैक्टर खराब हो जाने से परिवार की रोजी–रोटी पर संकट खड़ा हो गया है। इस पर सिंधिया ने भावुक होकर मंच से ही कहा– “अब गिर्राज सिर्फ आपका बेटा नहीं, यह मेरा बेटा भी है।”

सिंधिया ने मंच से ऐलान किया कि गिर्राज को 12 घंटे के भीतर नया ट्रैक्टर दिया जाएगा। अगले ही दिन शुक्रवार को वे स्वयं लिलवारा पहुंचे। वहां पहले से नया ट्रैक्टर तैयार खड़ा था। सिंधिया खुद ट्रैक्टर चलाकर करीब एक किलोमीटर तक सभा स्थल तक आए और फिर गिर्राज को उसकी चाबी सौंप दी। इस दौरान ग्रामीणों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया।

ट्रैक्टर की चाबी सौंपते समय सिंधिया ने गिर्राज को बधाई देते हुए कहा कि उसके साहस और पराक्रम को सम्मानित करना उनका कर्तव्य है। गिर्राज की मां ने भी मंच से आभार जताया और कहा कि बेटे ने गांव को बचाने के लिए अपनी जान दांव पर लगाई थी, आज सिंधिया जी ने उसकी सबसे बड़ी चिंता दूर कर दी।

सोशल मीडिया पर साझा की तस्वीर

सिंधिया ने ट्रैक्टर पर गिर्राज के साथ बैठी तस्वीर एक्स (Twitter) पर शेयर करते हुए लिखा– “अपनों के लिए हर पल समर्पित आपदा की घड़ी में साहस का जीवंत उदाहरण है मेरे शिवपुरी के लिलवारा गांव का यह मेरा नौजवान बेटा गिर्राज। बाढ़ में अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों की मदद करने वाले इस जांबाज बेटे के लिए दुनिया की हर भेंट छोटी है। लेकिन उसके पराक्रम और हुए नुकसान की भरपाई के लिए वायदे अनुसार 12 घंटों के भीतर ट्रैक्टर भेंट किया। गिर्राज जैसे निस्वार्थ कर्मवीर ही मेरे जनसेवा पथ के प्रेरणास्रोत हैं।”

ग्रामीणों ने बताया असली हीरो

गांव के लोगों का कहना है कि गिर्राज ने आपदा की उस रात जो किया, वह हमेशा याद रखा जाएगा। उसकी हिम्मत के कारण कई परिवार सुरक्षित बच निकले।

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