आखिरकार अदालत में सौरभ शर्मा और उसके सहयोगियों की हुई पेशी! 17 फरवरी तक रहेंगे पुलिस की कस्टडी में, सौरभ के नाम से एक भी प्रॉपर्टी नहीं …

You are currently viewing आखिरकार अदालत में सौरभ शर्मा और उसके सहयोगियों की हुई पेशी! 17 फरवरी तक रहेंगे पुलिस की कस्टडी में, सौरभ के नाम से एक भी प्रॉपर्टी नहीं …

जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

आखिरकार अदालत में सौरभ शर्मा और उसके सहयोगियों की हुई पेशी!

जी हाँ, मध्य प्रदेश के परिवहन विभाग (RTO) के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा और उसके दो साथियों चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल के खिलाफ लोकायुक्त की जांच में एक नया मोड़ आया है। सात दिन की पुलिस रिमांड पूरी होने के बाद भी आरोपियों ने कोई ठोस जानकारी नहीं दी, लेकिन जांच में सामने आए तथ्य चौंकाने वाले हैं। मंगलवार (4 फरवरी) को इन तीनों आरोपियों को लोकायुक्त ने कोर्ट में पेश किया, जहां ईडी और आयकर विभाग ने इनकी रिमांड बढ़ाने की मांग की।

जानकारी के लिए बता दें, मध्य प्रदेश परिवहन विभाग (RTO) के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा और उसके दो सहयोगियों चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल की 7 दिन की पुलिस रिमांड पूरी हो गई है। लोकायुक्त की टीम ने इन तीनों आरोपियों को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया, लेकिन रिमांड के दौरान कोई ठोस जानकारी हाथ नहीं लगी। अब, कोर्ट ने इन तीनों को 17 फरवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

क्या है मामला?

सौरभ शर्मा, चेतन सिंह गौर, और शरद जायसवाल का नाम भ्रष्टाचार के एक बड़े मामले में सामने आया था। बता दें, लोकायुक्त ने 19 दिसंबर को आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के घर और ऑफिस पर छापा मारा था। इस कार्रवाई में उन्हें 2.95 करोड़ रुपये नकद, दो क्विंटल चांदी की सिल्लियां, सोने-चांदी के गहने और कई प्रॉपर्टी के कागजात मिले। गुरुवार रात को भोपाल के मेंडोरी के जंगल में एक कार से 54 किलो सोना और 11 करोड़ रुपये नकद भी बरामद हुए थे।

कार सौरभ के दोस्त चेतन सिंह की थी। सौरभ तब से गायब है। पुलिस उसकी खोज में लगातार छापेमारी कर रही है। 23 दिसंबर को इस मामले में ईडी ने एंट्री की थी। ईडी ने सौरभ और उसके साथी चेतन गौर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया। इसके बाद से ईडी, आईटी और लोकायुक्त की कार्रवाई जारी है। सौरभ और उसके साथी लोकायुक्त की गिरफ्त में हैं और तीनों से पूछताछ हो रही है। लोकायुक्त ने इन तीनों को 28 जनवरी को गिरफ्तार किया था और रिमांड पर लिया था। रिमांड के दौरान कई कड़ी पूछताछ की गई, लेकिन आरोपियों से अभी तक कोई खास जानकारी नहीं मिल पाई है।

मेडिकल चेकअप और कोर्ट पेशी

मंगलवार सुबह तीनों आरोपियों का हमीदिया हॉस्पिटल में मेडिकल चेकअप कराया गया, जिसके बाद उन्हें दो गाड़ियों में कोर्ट लाया गया। यहां, जस्टिस आरपी मिश्रा की अदालत में तीनों को पेश किया गया। इस दौरान ईडी और आयकर विभाग के अधिकारी भी कोर्ट में मौजूद रहे। लोकायुक्त के अधिकारियों ने अदालत से आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजने की मांग की। सभी पक्षों की सुनवाई के बाद अदालत ने फैसला सुनाया और तीनों आरोपियों को 17 फरवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। लोकायुक्त की टीम ने उन्हें हिरासत में लेकर कोर्ट से रवाना किया।

जानकारी के लिए बता दें, लोकायुक्त ने 250 से ज्यादा प्रॉपर्टी के दस्तावेज चेक किए, लेकिन सौरभ के नाम पर एक भी प्रॉपर्टी नहीं मिली। सारी प्रॉपर्टी उसके परिवार, दोस्तों और करीबी लोगों के नाम पर है। सौरभ का कारोबार भी दूसरे राज्यों में चल रहा है, लेकिन वो भी दूसरों के नाम पर है। इतना ही नहीं, लोकायुक्त ने उनसे 40 से ज्यादा कीमती प्रॉपर्टी के बारे में सवाल किए गए, जिसमें से 20 से ज्यादा प्रॉपर्टी चेतन गौर के नाम पर पाई गई। हालांकि, चेतन बार-बार कहता रहा कि उसकी औकात इतनी संपत्ति खरीदने की नहीं है, जबकि शरद जायसवाल के पास 100 करोड़ की संदिग्ध संपत्तियों के दस्तावेज़ मिलने के बाद लोकायुक्त की टीम ने उनसे गहन पूछताछ की। दिलचस्प बात यह है कि शरद ने सौरभ शर्मा को ही इस सबका मुख्य सूत्रधार बताया।

सूत्रों के मुताबिक, सौरभ ने अपनी काली कमाई का सबसे ज्यादा हिस्सा भोपाल में खपाया था। यहां उसने चेतन, पत्नी दिव्या और करीबी रिश्तेदारों के नाम पर करोड़ों की प्रॉपर्टी ले रखी है, जिसमें स्कूल, पेट्रोल पंप, आलीशान बंगला, प्राइम लोकेशन में प्लॉट, लग्जरी गाड़ियां सहित अन्य चल- अचल संपत्तियां शामिल हैं। हालांकि, अब सौरभ इन संपत्तियों से अपना पल्ला झाड़ते हुए ग्वालियर की प्रॉपर्टी को अपना ‘पुस्तैनी’ बताकर मामले से किनारा कर रहा है।

अब तक 100 करोड़ से ज्यादा का माल पकड़ा गया

ED, IT और आयकर विभाग की जांच में करीब 100 करोड़ का माल हाथ लगा है। लोकायुक्त को कैश, सोने, चांदी और हीरे के ज्वेलरी समेत 7.98 करोड़ का सामान मिला। आयकर विभाग को 41.60 करोड़ के सोने, चांदी और हीरे के गहने मिले हैं, जिसमें 11 करोड़ कैश भी शामिल है, कुल मिलाकर 52.60 करोड़ का माल बरामद हुआ है। ED को जांच में 4 करोड़ का बैंक बैलेंस, 6 करोड़ की FD और 23 करोड़ की संपत्ति मिली है, जिससे कुल 33 करोड़ से ज्यादा का सामान बरामद हुआ है। तलाशी के दौरान कई संदिग्ध दस्तावेज भी मिले हैं।

Leave a Reply