जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
इंदौर शहर में शुक्रवार देर रात एक हाईप्रोफाइल पब पार्टी धार्मिक असहिष्णुता और आक्रोश का कारण बन गई। लसूडिया थाना क्षेत्र स्थित स्काई कॉर्पोरेट पार्क में स्थित MARQ पब में आयोजित डीजे शो में हिंदू मंत्रों को म्यूजिक ट्रैक के साथ बजाए जाने को लेकर हिंदू संगठनों ने जोरदार विरोध किया। यह विरोध इतना उग्र हो गया कि नारेबाजी, हाथापाई और बोतलें फेंकने जैसी घटनाएं हुईं, जिसके बाद पुलिस को मौके पर पहुंचकर स्थिति नियंत्रित करनी पड़ी।
घटना के अनुसार, MARQ पब में शुक्रवार रात प्रसिद्ध डीजे MA Faiza का शो आयोजित किया गया था। शो के दौरान पब के भीतर शिव तांडव स्तोत्र, राम धुन और अन्य धार्मिक मंत्रों को डीजे मिक्स गानों के रूप में बजाया जा रहा था, जिसे लेकर हिंदू संगठनों को आपत्ति हुई। बजरंग दल सहित अन्य संगठन पब के बाहर बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए और विरोध दर्ज कराया।
हंगामा इतना बढ़ गया कि पब के बाउंसरों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई। बजरंग दल के विभाग सह-संयोजक अविनाश कौशल ने आरोप लगाया कि वे शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने गए थे, लेकिन पब के अंदर मौजूद बाउंसरों ने बोतलों से हमला कर दिया, जिसमें एक कार्यकर्ता को चोट भी आई। वहीं कुछ अन्य लोगों के बीच भी हाथापाई और डंडों से मारपीट की खबर है, लेकिन बजरंग दल का कहना है कि वो लोग उनके कार्यकर्ता नहीं थे।
पुलिस को इस घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचना पड़ा। लसूडिया थाना प्रभारी तारेश सोनी ने बताया कि उन्हें पब में धार्मिक मंत्रों को डीजे में बजाने की शिकायत मिली थी। जब पुलिस पहुंची, तब तक माहौल तनावपूर्ण हो चुका था, लेकिन कोई गंभीर रूप से घायल नहीं था। पब के अंदर तोड़फोड़ की बात भी सामने आई है, लेकिन इस संबंध में अब तक कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं हुई है।
हिंदू संगठन का आरोप है कि MA Faiza इससे पहले भी इसी पब में ऐसे शो कर चुकी हैं, जिनमें धार्मिक भावनाओं का मजाक उड़ाया गया। उन्होंने दावा किया कि पिछली घटना के बाद पब संचालकों को चेतावनी दी गई थी कि इस तरह के शो दोबारा न किए जाएं, लेकिन इसके बावजूद शो आयोजित किया गया, जिससे माहौल और भड़क गया।
विवाद की जड़ में एक बड़ा सवाल है—क्या धार्मिक भावनाओं के प्रतीकों का व्यवसायिक और मनोरंजन के लिए इस्तेमाल उचित है? इस विवाद ने एक बार फिर यह मुद्दा गरमा दिया है कि पब, डीजे और नाइटलाइफ इंडस्ट्री में धार्मिक प्रतीकों का प्रयोग किस हद तक स्वीकार्य है।
फिलहाल पुलिस का कहना है कि अगर कोई औपचारिक शिकायत मिलती है तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, शहर में तनाव न बढ़े, इसके लिए प्रशासन सतर्क है और पुलिस लगातार निगरानी रख रही है।