जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
ग्वालियर में दिनदहाड़े एक ऐसी वारदात हुई जिसने न सिर्फ शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए, बल्कि अपराधियों की बेखौफ हरकतों को भी उजागर कर दिया। मामला बेहद चौंकाने वाला है – लश्कर सीएसपी मनीष यादव के वाहन चालक और पुलिस में प्रधान आरक्षक नरेंद्र पालिया से 5 बदमाशों ने फिल्मी अंदाज में लूट की। लेकिन इस बार फिल्म में हीरो भागता नहीं, बल्कि बदमाशों के पीछे-पीछे बोनट पर लटककर उन्हें रोकने की कोशिश करता है।
मंगलवार की दोपहर, नरेंद्र पालिया जो कि 13वीं बटालियन कैंपस निवासी हैं, अपने निर्माणाधीन मकान पर काम करवा रहे थे और उसी ठेकेदार को भुगतान करने के लिए उन्होंने चंद्रवदनी नाका स्थित सेंट्रल बैंक के एटीएम से 10 हजार रुपये निकाले। सब कुछ सामान्य था, लेकिन जैसे ही उन्होंने एटीएम में पिन डाला, एक संदिग्ध युवक उनके ठीक पीछे खड़ा हो गया। नरेंद्र को लगा कि वह भी पैसा निकालने आया होगा, लेकिन जल्द ही तीन और लड़के अंदर आ गए। इससे पहले कि नरेंद्र कुछ समझ पाते, बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया। उनके साथ हाथापाई की गई, जेब से कैश और डेबिट कार्ड छीन लिया गया और सभी बदमाश भाग निकले।
हालात तब और गंभीर हो गए जब नरेंद्र ने हार नहीं मानी और बदमाशों का पीछा करने लगे। सड़क के दूसरी तरफ खड़ी कार में सभी बदमाश सवार हो चुके थे। नरेंद्र ने कार के सामने आकर उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन बदमाशों ने उन्हें टक्कर मारी और वह कार के बोनट पर जा गिरे। फिर शुरू हुआ करीब एक किलोमीटर लंबा रोंगटे खड़े कर देने वाला दृश्य — कार की स्पीड तेज थी और हवलदार बोनट पर लटकते हुए जान बचाने की कोशिश कर रहे थे। पॉलिटेक्निक कॉलेज, चंद्रवदनी नाका, विवेकानंद चौराहा होते हुए कार चेतकपुरी पहुंची, जहां ट्रैफिक के कारण कार की गति धीमी हुई और नरेंद्र कूदकर खुद को बचा पाए।
लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती। हवलदार ने एक राहगीर की बाइक ली और बदमाशों की कार का पीछा जारी रखा। कार इंदरगंज, अचलेश्वर और छप्परवाला पुल तक दिखी, लेकिन फिर आंखों से ओझल हो गई। तभी नरेंद्र के मोबाइल पर एक और झटका देने वाला मैसेज आया — उनके डेबिट कार्ड से 20 हजार रुपये शिंदे की छावनी स्थित एचडीएफसी एटीएम से निकाले जा चुके थे। उन्होंने तुरंत अपने अधिकारी को सूचित किया और फिर कंट्रोल रूम को अलर्ट जारी किया गया।
पुलिस ने शहर भर में नाकाबंदी की और मुरैना रोड के निरावली पॉइंट पर एक स्लेटी रंग की कार DL12 CA-5606 को रोका गया। कार में सवार बदमाशों को जब पुलिस ने घेरना शुरू किया तो उनमें से तीन कूदकर भाग निकले, लेकिन दो बदमाशों को पुलिस ने कार सहित दबोच लिया। कार से कई संदिग्ध चीजें और मोबाइल भी बरामद हुए हैं। अब पुलिस इन दोनों से कड़ी पूछताछ कर रही है ताकि फरार बदमाशों का सुराग मिल सके।
इस पूरी वारदात में एक और हैरान करने वाली बात सामने आई — जिस मार्ग से बदमाश भागे, वहां लगे कई सीसीटीवी कैमरे बंद मिले। हालांकि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत लगे कुछ कैमरों ने बदमाशों की गतिविधियों को कैद कर लिया है। पुलिस अब उन फुटेज के आधार पर बाकी आरोपियों की पहचान कर रही है।
सीएसपी मनीष यादव ने मीडिया से बात करते हुए बताया, “मेरे वाहन चालक नरेंद्र पालिया के साथ लूट की वारदात हुई है। जिस पर सभी नाके अलर्ट किए गए थे और हमारी टीम ने दो आरोपियों को दबोचने में सफलता पाई है। पूछताछ जारी है।”