जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश के वन्यजीव प्रेमियों के लिए आज का दिन एक ऐतिहासिक दिन होने वाला है। दरअसल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 10 मार्च यानी की आज प्रदेश के 9वें टाइगर रिजर्व “माधव टाइगर रिजर्व” का शुभारंभ करेंगे। यह पल न केवल मध्यप्रदेश बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व का क्षण होगा, क्योंकि इस घोषणा के साथ ही देश को 58वां टाइगर रिजर्व मिलने जा रहा है। इस ऐतिहासिक अवसर पर मुख्यमंत्री एक बाघ और एक बाघिन को माधव टाइगर रिजर्व में छोड़ेंगे, जिससे वन्यजीव संरक्षण की दिशा में प्रदेश एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगा। साथ ही, मुख्यमंत्री 13 किलोमीटर लंबी पत्थर की सेफ्टी वॉल का भी उद्घाटन करेंगे, जिससे बाघों की सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण को और अधिक मजबूती मिलेगी।
375 वर्ग किलोमीटर में फैला विशाल टाइगर रिजर्व
बता दें, माधव टाइगर रिजर्व का क्षेत्रफल 375.233 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। इसमें 32,429.52 हेक्टेयर आरक्षित वन क्षेत्र, 2,422 हेक्टेयर संरक्षित वन क्षेत्र और 2,671.824 हेक्टेयर राजस्व क्षेत्र शामिल है। वहीं, वर्तमान में माधव टाइगर रिजर्व में कुल 5 बाघ हैं, जिनमें 2 नर और 3 मादा शामिल हैं। खास बात यह है कि इनमें से एक बाघिन ने 8-9 माह पहले 2 शावकों को जन्म दिया था। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के इस आयोजन के साथ, सोमवार 10 मार्च को 2 और बाघ छोड़े जाएंगे, जिससे टाइगर रिजर्व में कुल बाघों की संख्या 7 हो जाएगी।
मध्यप्रदेश को “टाइगर स्टेट” के रूप में पहचान दिलाने वाले इस नए टाइगर रिजर्व से न केवल जैव विविधता को संरक्षण मिलेगा, बल्कि पर्यावरण संतुलन और पर्यटन उद्योग को भी नई दिशा मिलेगी। इस अवसर पर पूरे प्रदेश में उत्साह और गर्व का माहौल है। इसी बीच प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी इस उपलब्धि पर प्रसन्नता जताते हुए सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर लिखा, “वन्यजीव प्रेमियों के लिए आश्चर्यजनक खबर! भारत वन्यजीव विविधता और वन्यजीवों का जश्न मनाने वाली संस्कृति से धन्य है। हम हमेशा जानवरों की रक्षा करने और एक स्थायी ग्रह में योगदान देने में सबसे आगे रहेंगे।”
वहीं, इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया और कहा, “यह मध्यप्रदेश को वन्यजीव संरक्षण क्षेत्र में मिली एक बड़ी उपलब्धि है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि माधव राष्ट्रीय उद्यान ऐतिहासिक और प्राकृतिक दृष्टि से बेहद समृद्ध है। टाइगर रिजर्व घोषित होने से वन्यजीवों के संरक्षण के साझा प्रयासों को और अधिक मजबूती मिलेगी। शिवपुरी स्थित माधव नेशनल पार्क अब प्रदेश का 9वां टाइगर रिजर्व बन गया है।”