हर दिन बारिश, हर रात तूफान – नौतपा बना ‘बरसातपा’: 36 जिलों में बारिश-आंधी का अलर्ट, 60 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चल सकती हैं तूफानी हवाएं!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

मध्यप्रदेश में इस बार नौतपा का मौसम हर किसी के लिए चौंकाने वाला साबित हो रहा है। आमतौर पर मई के आखिरी सप्ताह में प्रदेश आग बरसाती धूप और 45 डिग्री के ऊपर तापमान से झुलसता है, लेकिन इस बार बारिश, आंधी और बादलों ने गर्मी के तेवरों को पूरी तरह मात दे दी है। नौतपा के छठवें दिन शुक्रवार को भी प्रदेश में मौसम का मिजाज बिगड़ा रहेगा। भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर समेत कुल 36 जिलों में बारिश और तेज़ आंधी का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में 60 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से तूफानी हवाएं चल सकती हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है।

मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि इस असामान्य मौसम के पीछे दो प्रमुख कारण हैं। पहला, प्रदेश के ऊपर से गुजर रही “टर्फ लाइन” और दूसरा, दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन यानी चक्रवातीय सिस्टम का सक्रिय होना। इन कारणों से पूरे मई माह में गर्मी कम और बरसात ज़्यादा देखने को मिली है। गुरुवार को भी छतरपुर, सतना, सागर, मऊगंज, राजगढ़, श्योपुर, खजुराहो और गुना जैसे इलाकों में तेज़ आंधी और बारिश हुई। छतरपुर में तो हालात इतने बिगड़ गए कि मुख्यमंत्री मोहन यादव का दौरा रद्द करना पड़ा। हेलीपैड पानी में डूब गया और सभा स्थल पर लगा टेंट उखड़ गया।

तापमान में गिरावट की बात करें तो प्रदेश के ज़्यादातर शहरों में पारा सामान्य से 5-7 डिग्री कम रहा। ग्वालियर, खजुराहो और गुना में सबसे अधिक 41.6 डिग्री तापमान दर्ज किया गया, जबकि भोपाल में पारा 39.5 डिग्री, इंदौर में 36.3, उज्जैन में 37.5 और जबलपुर में 38.6 डिग्री रहा। ये आंकड़े बीते वर्षों की तुलना में बहुत नीचे हैं। पिछले साल 29 मई को खजुराहो, पृथ्वीपुर, दतिया, रीवा और सीधी में तापमान 46-47 डिग्री तक पहुंच गया था, लेकिन इस बार 44 डिग्री का आंकड़ा पूरे महीने पार नहीं कर सका।

सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि पूरे मई महीने में लगातार 29 दिनों तक प्रदेश के किसी न किसी जिले में बारिश हुई है। मौसम विभाग ने इस ट्रेंड को “रेयर वेदर पैटर्न” कहा है। 2023 में भी मई में बारिश हुई थी, लेकिन वह 20 दिन के भीतर सीमित थी और लगातार नहीं थी। इस साल, 26 अप्रैल से ही मौसम की दिशा बदल गई थी और उसके बाद आंधी-बारिश और कहीं-कहीं ओलावृष्टि का सिलसिला जारी है।

2 जून तक मौसम ऐसा ही रहने का अनुमान है। इसका मतलब यह है कि नौतपा जो कभी तपिश का प्रतीक हुआ करता था, इस बार बारिश और तूफान का पर्याय बन चुका है।

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