जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में इस बार मई का महीना मानो मानसून के ट्रेलर की तरह बीत रहा है। आमतौर पर जहां मई में तपती दोपहरी, झुलसाती लू और पारा 47 डिग्री तक पहुंचता है, वहीं इस साल का मौसम एकदम उलटा है। पूरे प्रदेश में सावन-भादौ जैसी बारिश, आंधी, ओले और लू का अजीबोगरीब मिश्रण देखने को मिल रहा है। बुधवार को प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश, ओलावृष्टि और तूफानी हवाओं ने भारी तबाही मचाई, वहीं कुछ इलाकों में भीषण गर्मी भी देखने को मिली।
सीनियर मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक, एक ट्रफ लाइन मध्यप्रदेश से गुजर रही है, साथ ही एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी सक्रिय है। यही वजह है कि लगातार आंधी, बारिश और ओले गिरने का दौर जारी है। अगले कुछ दिनों तक ऐसा ही मौसम बने रहने की संभावना है। इसी के साथ मौसम विभाग ने गुरुवार को भी पूरे प्रदेश में सतर्कता बरतने की चेतावनी दी है। ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों—ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़ और छतरपुर में लू का रेड अलर्ट है, जबकि भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, रीवा, सीधी, सिंगरौली समेत 35 जिलों में तेज आंधी और बारिश का येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अनूपपुर, डिंडोरी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, बैतूल, हरदा, खरगोन, अलीराजपुर, झाबुआ जैसे आदिवासी बहुल क्षेत्रों में 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चलने की संभावना है। इन जिलों में नुकसान की आशंका बनी हुई है।
बता दें, बुधवार देर रात मुरैना और छतरपुर जिलों में तूफानी हवाओं ने ऐसा कहर बरपाया कि कई जगहों पर पेड़ धराशायी हो गए और बिजली के तार टूट गए। मुरैना में उड़ती हुई टिन की शीट एक महिला के चेहरे पर लग गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। राजधानी भोपाल, इंदौर और सीहोर समेत कई जिलों में तेज आंधी और बारिश का सिलसिला देखने को मिला। सीहोर के गांवों में ओले गिरे और होशंगाबाद रोड पर मंडीदीप-अौबेदुल्लागंज के बीच 10 से ज्यादा बिजली के पोल तेज हवाओं से झुक गए।
वहीं, बारिश के बीच प्रदेश के कई जिलों में गर्मी भी कहर बरपा रही है। छतरपुर का खजुराहो 46 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ प्रदेश का सबसे गर्म शहर रहा। नौगांव में 45.2 डिग्री, टीकमगढ़ में 44.5, गुना में 44.4, शिवपुरी में 44.2 और ग्वालियर में 44.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं भोपाल में 39.1, इंदौर में 36.8 और उज्जैन में 38.7 डिग्री तापमान रहा।