जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मोहाली की अदालत में आज जैसे ही जज ने फैसला सुनाया, कोर्टरूम में सन्नाटा छा गया। दरअसल, चर्च के नाम पर लोगों की आस्था से खिलवाड़ करने वाले पादरी बजिंदर सिंह को उम्रकैद की सजा सुना दी गई है जिसके बाद अब उसे अपनी जिंदगी का हर पल जेल की सलाखों के पीछे बिताना होगा।
जानकारी के अनुसार, ईसाई धर्मगुरु और विवादित पादरी बजिंदर सिंह को मोहाली कोर्ट ने रेप केस में दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है। कोर्ट ने अपने फैसले में स्पष्ट कहा कि बजिंदर को अपनी अंतिम सांस तक जेल में रहना होगा। फैसले के बाद मोहाली कोर्ट के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इससे पहले, तीन दिन पहले ही कोर्ट ने उसे दोषी करार दिया था, जिसके बाद उसे पटियाला जेल में भेज दिया गया था।
बजिंदर सिंह पर आरोप है कि उसने विदेश में बसाने के बहाने एक महिला को अपने घर बुलाया, जहां उसके साथ दुष्कर्म किया और इस दौरान वीडियो भी बना लिया। बाद में उसने पीड़िता को धमकाया कि अगर उसने इसका विरोध किया तो वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया जाएगा। कोर्ट के इस फैसले के बाद पीड़िता ने राहत की सांस ली और पुलिस व न्यायपालिका का आभार जताया।
2018 में हुआ था मामला दर्ज, कोर्ट ने अब सुनाया फैसला
यह मामला साल 2018 का है, जब मोहाली के जीरकपुर थाने में पादरी बजिंदर सिंह के खिलाफ रेप, मारपीट और धमकी देने का केस दर्ज हुआ था। पीड़िता ने बताया कि वह विदेश में बसना चाहती थी और इसी सिलसिले में उसने बजिंदर से संपर्क किया था। लेकिन बजिंदर उसे मोहाली स्थित अपने सेक्टर-63 के घर में ले गया, जहां उसने दुष्कर्म किया और इसका वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने लगा।
इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 2018 में ही दिल्ली एयरपोर्ट से बजिंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन कुछ समय बाद उसे जमानत मिल गई। हालांकि, इसी महीने की शुरुआत में 3 मार्च को कोर्ट ने बजिंदर और अन्य 5 आरोपियों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किए थे। आखिरकार 28 मार्च को कोर्ट ने बजिंदर सिंह को दोषी करार दिया, जबकि अन्य 5 आरोपियों को बरी कर दिया। ट्रायल के दौरान एक अन्य आरोपी, सुच्चा सिंह, की मौत हो चुकी थी।
पीड़िता के पति का दावा: केस वापस लेने के लिए दिया गया 5 करोड़ का ऑफर
इस मामले में पीड़िता के पति ने दावा किया कि बजिंदर सिंह ने केस वापस लेने के लिए दबाव बनाया था। उन पर झूठे क्रॉस-केस दर्ज कराए गए और उन्हें भी जेल में रखा गया। बावजूद इसके वे झुके नहीं। जब धमकियों का असर नहीं हुआ, तो बजिंदर ने पैसों का ऑफर देना शुरू किया। पीड़िता के पति के अनुसार, बजिंदर का एक करीबी अधिकारी 5 करोड़ रुपये का ऑफर लेकर आया था, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया। अब वे हाईकोर्ट में अपील करेंगे ताकि बरी हुए लोगों को भी सजा मिले।
बता दें, बजिंदर सिंह के खिलाफ यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी यौन उत्पीड़न और महिला से मारपीट के दो अन्य मामले उसके ऊपर अभी भी चल रहे हैं।
1. महिला से मारपीट का मामला
16 मार्च को एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें बजिंदर सिंह एक महिला को थप्पड़ मारता नजर आ रहा था। इससे पहले वह महिला के मुंह पर कॉपी फेंक चुका था। यह घटना 14 फरवरी को चंडीगढ़ स्थित उसके ऑफिस में हुई थी। जब वीडियो वायरल हुआ, तो पुलिस ने इस पर संज्ञान लिया और महिला के बयान दर्ज किए। इसके बाद मोहाली के माजरी थाने में बजिंदर सिंह के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 74 (महिला की गरिमा को नुकसान पहुंचाने के इरादे से हमला), 115(2) (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) और 351(2) (आपराधिक धमकी) के तहत FIR दर्ज की गई।
2. कपूरथला में यौन उत्पीड़न का मामला
कपूरथला पुलिस ने हाल ही में बजिंदर सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया है। पीड़िता ने बताया कि वह ‘द चर्च ऑफ ग्लोरी एंड विज्डम’ में काम करती थी और बजिंदर सिंह ने उसे अनुचित तरीके से छूने और गले लगाने की कोशिश की। इतना ही नहीं, उसने पीड़िता का फोन नंबर लेकर उसे अश्लील मैसेज भेजने शुरू कर दिए।
महिला ने बताया कि 2002 में एक दिन बजिंदर सिंह उसे चर्च के केबिन में ले गया और जबरन छूने की कोशिश की। जब उसने विरोध किया, तो उसे धमकी दी गई कि अगर उसने इस बारे में किसी को बताया, तो उसके परिवार को जान से मार दिया जाएगा। 28 फरवरी को पुलिस ने इस मामले में IPC की धारा 354A (यौन उत्पीड़न), 354D (पीछा करना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत FIR दर्ज की।
अब इस मामले की जांच के लिए कपूरथला पुलिस ने एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित की है, जो इस केस की गहराई से पड़ताल कर रही है। पुलिस ने पीड़िता के बयान भी दर्ज कर लिए हैं। हालांकि, बजिंदर सिंह ने इन सभी आरोपों को झूठा और निराधार बताया है।
कोन है पादरी बजिंदर सिंह?
बजिंदर सिंह का जन्म हरियाणा के यमुनानगर में हुआ। उनका परिवार हिंदू जाट था, लेकिन उनकी जिंदगी में एक बड़ा मोड़ तब आया जब वे जेल गए। जेल में रहते हुए उन्होंने ईसाई धर्म को अपनाया। इसके बाद उन्होंने चर्च में पादरी के रूप में काम करना शुरू किया। 2016 में, उन्होंने ‘चर्च ऑफ ग्लोरी एंड विजडम’ नाम से अपना चर्च खोला। उन्होंने दावा किया कि उनकी प्रार्थनाएं लोगों को ठीक कर सकती हैं और उनकी इच्छाएं पूरी कर सकती हैं। इसी कारण से वे तेजी से प्रसिद्ध हो गए और सोशल मीडिया तथा धार्मिक समुदाय में उनका नाम फैल गया। उनकी सभाओं में हजारों लोग शामिल होने लगे।
बजिंदर सिंह अपने आपको ‘प्रोफेट’ कहता है, जिसका मतलब होता है भविष्यवक्ता। वो दावा करता है कि उसके पास अद्भुत शक्तियां हैं और वो लोगों को ठीक कर सकता है। उसके धार्मिक प्रवचन काफी प्रसिद्ध हैं और यूट्यूब व सोशल मीडिया पर उसके लाखों फॉलोअर्स हैं। बजिंदर सिंह सोशल मीडिया पर काफी चर्चित है, उसके यूट्यूब चैनल पर 3.74 मिलियन से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं, यानी 37 लाख से अधिक लोग उसे फॉलो करते हैं। इंस्टाग्राम पर उसे प्रोफेट बजिंदर सिंह के नाम से जाना जाता है। अपने प्रवचनों में वो ‘मेरे येशु येशु’ जैसे गाने गाता है। लेकिन, उसके चमत्कारों पर हमेशा सवाल उठते रहे हैं और कई लोग मानते हैं कि वो लोगों को धोखा दे रहा है और अंधविश्वास फैला रहा है।