जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश कांग्रेस के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने के लिए नई नियुक्त जिला अध्यक्षों की पहली वर्कशॉप रविवार को दिल्ली में आयोजित की गई। इस वर्कशॉप में प्रदेश के सभी 71 जिलाध्यक्ष शामिल हुए। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण कांग्रेस सांसद राहुल गांधी रहे, जो जिला अध्यक्षों को कैडर मैनेजमेंट और संगठन निर्माण से जुड़े टिप्स देंगे।
बता दें, शनिवार को ही सभी जिला अध्यक्ष दिल्ली पहुंच गए थे। वहां उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी के साथ नए राष्ट्रीय कार्यालय का दौरा किया। इस दौरान उन्हें नए मुख्यालय की कार्यप्रणाली और सिस्टम की जानकारी दी गई। शाम को प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने सभी जिलाध्यक्षों को डिनर दिया।
वहीँ, रविवार सुबह वर्कशॉप का आगाज रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया से हुआ। सभी जिलाध्यक्षों ने कांग्रेस के नए राष्ट्रीय मुख्यालय (9ए, कोटला रोड, दिल्ली) में रजिस्ट्रेशन कराया। इसके बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने जिला अध्यक्षों को संबोधित किया। उन्होंने संगठन की मजबूती और बूथ स्तर तक पहुंच बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
9 घंटे लंबा ट्रेनिंग सेशन
वर्कशॉप सुबह 9:30 बजे से शाम 7 बजे तक चलेगी। करीब 9 घंटे लंबे इस ट्रेनिंग सेशन में जिला अध्यक्षों को कई अहम मुद्दों पर मार्गदर्शन मिलेगा। इसमें संगठन सृजन अभियान, चुनावी रणनीति, स्थानीय कैडर के प्रशिक्षण और आगामी चुनौतियों से निपटने की योजनाओं पर चर्चा होगी।
प्रजेंटेशन के जरिए समझाया जाएगा संगठन का रोडमैप
वर्कशॉप में जिला अध्यक्षों को एक प्रजेंटेशन भी दिया जाएगा। इसमें स्पष्ट किया जाएगा कि संगठन में पदाधिकारी चुनते समय केवल उन्हीं कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दी जाए जो लंबे समय से पार्टी से जुड़े हुए हैं। खासकर एनएसयूआई, सेवादल और महिला कांग्रेस में सक्रिय कार्यकर्ताओं को जिला स्तर पर संगठनात्मक जिम्मेदारी देने पर जोर दिया जाएगा।
आने वाले चुनावों पर फोकस
कांग्रेस के इस प्रशिक्षण सत्र का उद्देश्य 2028 विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव की तैयारियों को गति देना है। पार्टी का मानना है कि नए जिलाध्यक्षों के कंधों पर संगठन को जमीनी स्तर तक मजबूत करने की बड़ी जिम्मेदारी है। राहुल गांधी का मार्गदर्शन और रणनीति जिलाध्यक्षों के लिए भविष्य की कार्ययोजना तय करने में अहम साबित होगा।