जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
प्रयागराज महाकुंभ वो जगह है जहां हर तरफ भक्ति, श्रद्धा और जोश की लहरें हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस महाकुंभ में, मुसीबत में फंसे श्रद्धालुओं की मदद करने के लिए इंसान नहीं, बल्कि एक रोबोट आ सकता है? ये सुनने में थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन इस बार महाकुंभ की तैयारियों में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
दरअसल, 13 जनवरी से शुरू होने जा रहे महाकुंभ में अगर किसी श्रद्धालु को गहरे पानी में डूबने या नाव पलटने से गंगा और यमुना की लहरों में बहने का खतरा होगा, तो अब उनकी मदद करने के लिए इंसान नहीं, बल्कि रोबोट्स आएंगे! जी हां, यूपी सरकार ने महाकुंभ के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए मुंबई की कंपनी पोटेंशियल रोबोटिक सॉल्यूशन से हाई-टेक रोबोट्स तैयार करवाए हैं। इन रोबोट्स को “रोबोटिक्स लाइफबॉय” नाम दिया गया है, जो पानी में तेजी से दौड़ते हुए डूबते हुए लोगों की जान बचा सकते हैं।
यह रोबोट रिमोट कंट्रोल से ऑपरेट होते हैं और एक बार में 140 किलो तक का वजन खींच सकते हैं—मतलब दो से तीन लोगों की जान बचा सकते हैं। इसकी स्पीड 25-30 किलोमीटर प्रति घंटे है, और इसे मात्र 45 मिनट में चार्ज किया जा सकता है। एक बार फुल चार्ज होने के बाद, यह रोबोट एक घंटे तक काम कर सकता है।
इस वाटर रोबोट को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह खुद और इसे पकड़ने वाले लोग गहरे पानी में भी नहीं डूबेंगे, बल्कि तैरते रहेंगे। जैसे ही ड्रोन कैमरे को रिमोट से ऑपरेट किया जाता है, वैसे ही इस वाटर रोबोट को भी रिमोट से ऑपरेट किया जाता है। वहीं, महाकुंभ से जुड़े अधिकारियों और कंपनी के लोगों के अनुसार, इस वाटर रोबोट का रिमोट लगभग एक किलोमीटर की दूरी तक काम करता है। जैसे ही कोई श्रद्धालु डूबता हुआ दिखाई देगा, तुरंत रिमोट से रोबोट को तेजी से उस तक भेजा जाएगा। डूबते व्यक्ति को बस इस रोबोट को पकड़ना होगा। रोबोट अपने आप उसे बचाकर किनारे या किसी सुरक्षित स्थान पर ले जाएगा।
महाकुंभ में भक्ति और श्रद्धा के साथ अब तकनीकी सुरक्षा भी पूरी तरह से मुस्तैद है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में लोगों की जान सुरक्षित रह सके। तो, अगर आप भी इस महाकुंभ के अद्भुत दृश्य का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो तैयारी करें और खुद को इस दिव्य अनुभव से जोड़ें।